पेरिस : इस्लाम को अपना मजहब, अपना धर्म बताने वाले ये क्रूर आतंकी खुद इस्लाम का इ भी नही जानते और न ही इन्हें इस्लाम की दुनिया भर में हो रही बेअदबी से कोई लेना-देना है। बुधवार को पेरिस में दोबारा हुए आतंकी हमले में खुद को आत्मघाती बम से उड़ाने वाली महिला मात्र 26 वर्ष की थी। नाम था-- हसना अत बोलाचेन । पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद बोलाचेन ने खुद को बम से उड़ा लिया। हमले के बाद एक अखबार को दिए इंटरव्यू में बोलाचेन के भाई यूसुफ अत बोलाचेन ने बताया कि उसे धर्म में कोई रुचि नही थी। उसने आजतक कुरान भी नही पढ़ा था। नकाब भी अभी-अभी पहनना शुरु किया था। उसका परिवार मोरक्को से 1973 में पेरिस आया था।
युसुफ का कहना है कि वो अपनी ही दुनिया में मस्त रहने वाली लड़की थी, जिसे शराब व सिगरेट पीना भाता था। सोशल साइट्स पर समय बिताना उसे अच्छा लगता था। रविवार को आखिरी बार यूसुफ ने उसे फोन किया था। तीन सप्ताह पहले उत्तर-पूर्वी पेरिस के उपनगरीय इलाके द्रांसी में एक महिला मित्र के साथ रहने के लिए बोलाचेन ने घर छोड़ा था। दोनो में 5 साल से बातचीत बंद थी। काउबॉय हैट पहनने के कारण बोलाचेन को उसके दोस्त काउगर्ल कहते थे। कहा जा रहा है कि बम से उड़ाने से पहले उसने चिल्लाकर कहा कि प्लीज हेल्प मी, हेल्प मी।
इसके बाद बम का रिमोट दबते ही उसके चिथड़े उड़ गए। सिर खिड़की से उड़कर बाहर गया और रीढ़ पुलिस की वैन के छत पर जा गिरी। कयास लगाए जा रहे थे कि पेरिस हमले का मास्टरमाइंड अब्दुल अहमद अबौद, बोलाचेन का बॉयफ्रेंड है। उसी ने बोलाचेन के शरीर में लगे आत्मघाती बम का बटन भी दबाया था। बम धमाके के पहले एक पुलिस अफ़सर ने बोलाचेन से पूछा कि तुम्हारा बॉयफ़्रेंड कहा है? इस पर वह चीखकर बोली वो मेंरा बॉयफ़्रेंड नहीं है।
पुलिस अफ़सर ने फिर पूछा तुम्हारा बॉयफ़्रेंड कहाँ है? इस पर वह फिर चीखकर बोली वो मेंरा बॉयफ़्रेंड नहीं है। एबीसी चैनल के वीडियो में ये सारी चीजें दिखाई गई है। इस घटना के बाद बोलाचेन की कुछ तस्वीरें सामने आई है। इस सेल्फी में वो भारी-भरकम मेकअप और शरीर पर केवल आभूषणों को लादकर एक बाथटब में बैठी है।