राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव रविवार को अपनी बेरोजगारी हटाओ यात्रा पर निकल रहे हैं।वहीं इसके पहले पटना के वेटनरी काॅलेज परिसर में आयोजित जनसभा में तेजस्वी के भाई तेज प्रताप यादव ने खुद को तेजस्वी का सारथी बताया। कहा कि नीतीश कुमार की सरकार में हिम्मत हो तो रथ को रोक कर दिखाए। लालू के दोनों लाल किसी से डरने वाले नहीं हैं। फिलहाल , उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के अनुशासन से डर लगता है।
कहा: तेजस्वी का रथ लेकर खुद जाएंगे
तेजस्वी यादव की रथयात्रा के पहले जनसभा को संबोधित करते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा कि तेज प्रताप व तेजस्वी की जोड़ी कृष्ण व अर्जुन की जाेड़ी है। तेजस्वी का रथ लेकर वे खुद जा सकते है । रथ रोकने की किसी में हिम्मत नहीं। वहीं धमकी दी गई कि सरकार रथ को रोकेगी, गिरफ्तार करेगी। इसके साथ ही लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे किसी से डरने वाले नहीं हैं। यह गरीब व पिछड़े का रथ है। किसी माई के लाल में इसे रोकने की हिम्मत नहीं है।
ठेठ अंदाज में दिया रथ के विवाद का जवाब
तेज प्रताप के उक्त बयान को तेजस्वी के रथ बनाए गए बस को किसी दूसरे के नाम पर खरीदने से संबंधित विवाद का ठेठ अंदाज में जवाब माना जा रहा है। इसके साथ ही जनता दल यूनाइटेड (JDU) नेता व मंत्री नीरज कुमार (Neeraj Kumar) ने इसपर हमलावर होते हुए आरोप लगाया गया था कि तेजस्वी की रथयात्रा के लिए गरीबी रेखा के नीचे के एक व्यक्ति के नाम पर बस की खरीद की गई है। हालांकि, आरजेडी ने इस आरोप को तत्काल खारिज किया था।
प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर किया कटाक्ष
तेज प्रताप ने बाने संबोधन में ज्वलंत मुद्दों को भी अपने अंदाज में रखा। ऐसा कहा कि देश में युवओं को ठगा जा रहा है। शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गई है। वहीं इस बीच उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) पर भी कटाक्ष किया। कहा कि उन्हें जगदानंद सिंह के अनुशासन (Discipline) से डर लगता है।
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