पेरिस: फ्रांस के अर्रास के एक हाई स्कूल में घातक चाकू हमले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा कि देश "इस्लामिक आतंकवाद की बर्बरता" से प्रभावित हुआ है। बता दें कि, यह घटना शनिवार को उत्तरी फ्रांस के अर्रास में हुई, जहां गैम्बेटा-कारनोट पब्लिक स्कूल में चाकूबाजी की घटना में एक स्कूल शिक्षक की मौत हो गई थी और दो छात्र घायल हो गए थे।
रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने तुरंत स्कूल के चारों ओर एक सुरक्षा घेरा स्थापित कर दिया और शहर ने घोषणा की है कि वह अगली सूचना तक सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों को निलंबित कर रहा है। यहां अर्रास में पत्रकारों से बात करते हुए राष्ट्रपति मैक्रॉन ने कहा कि, "फ्रांस 'इस्लामिक आतंकवाद की बर्बरता से प्रभावित हुआ है।" राष्ट्रपति मैक्रॉन ने घटनास्थल पर पहुंचने के बाद कहा कि, "सैमुअल पैटी की हत्या के लगभग तीन साल बाद, एक स्कूल में फिर से आतंकवाद फैल गया है।"
Breaking: Terror in France
— Amy Mek (@AmyMek) October 13, 2023
Knife attack at Gambetta High School in Arras...one teacher killed, two seriously injured; the terrorist has been arrested
The Minister of the Interior, Gérald Darmanin, announces that the perpetrator has been apprehended.
The "individual" reportedly… pic.twitter.com/Wil1pi93cw
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि पीड़िता की हत्या 'क्रूर और कायरतापूर्ण तरीके' से की गई। रिपोर्ट के अनुसार, मैक्रॉन ने हमलावर को रोकने की कोशिश के लिए उस शिक्षक और घायल हुए दो लोगों - एक अन्य शिक्षक और एक स्कूल कर्मचारी - की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा, "हम एक साथ खड़े हैं और मजबूती से खड़े हैं।" वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि हमले के दौरान हमलावर ने "अल्लाहु अकबर" (ईश्वर सबसे महान है) चिल्लाया। उन्होंने यह भी बताया कि, "फ्रांसीसी शहर अर्रास के एक हाई स्कूल में एक शिक्षक की चाकू मारकर हत्या करने और 2 अन्य को घायल करने से पहले आदमी "अल्लाहु अकबर" चिल्लाया था।''
बता दें कि आतंकी समूह हमास ने इस शुक्रवार को 'वैश्विक क्रोध दिवस' (Global Day of Rage) घोषित किया है। यह तब हुआ है जब इजराइल और आतंकी संगठन हमास एक गहन लड़ाई में लगे हुए हैं, जब इजराइल ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर एक आश्चर्यजनक हमला किया था, जिसमें इजराइल में रॉकेटों की बौछार शुरू कर दी गई थी, जिससे यह और भी मजबूत जवाबी हमले की ओर अग्रसर हो गया। इससे पहले, फ्रांस के आंतरिक मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि चाकूबाजी की घटना उत्तरी फ्रांस के शहर अरास में हुई थी। एक रिपोर्ट के अनुसार, हमलावर कथित तौर पर चेचन मूल का व्यक्ति था और सुरक्षा सेवाओं को कट्टरपंथी इस्लाम से जुड़े होने के लिए जाना जाता था। फ्रांसीसी मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए आगे बताया गया कि हमलावर स्कूल का पूर्व छात्र था।
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