नई दिल्ली : आमतौर पर युवाओं पर जोश में होश खोने के आरोप लगते रहते हैं. जो एक हद तक सही भी है , क्योंकि आजकल के युवा बिना विचार करे काम करते हैं और बाद में पछताते हैं.ऐसा ही एक मामला दिल्ली का सामने आया है जहाँ एक रेस्टारेंट द्वारा रखी गई चिली बर्गर खाने की प्रतियोगिता जीतना एक युवक की जान के लिए मुसीबत बन गया.
बता दें कि दिल्ली स्थित एक रेस्टारेंट ने चिली बर्गर खाने की प्रतियोगिता रखी. जिसमे ऑफर दिया गया था कि जो सबसे ज्यादा बर्गर खायेगा उसे एक महीने तक रेस्टारेंट की ओर से मुफ्त खाना उपलब्ध कराया जाएगा. इस आकर्षक ऑफर को जीतने के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी का एक छात्र बिना सोचे इस प्रतियोगिता में शामिल हो गया और उसने सबसे ज्यादा बर्गर खाकर यह प्रतियोगिता भी जीत ली.
लेकिन उसके बाद क्या हुआ यह जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे कि बाज़ी जीतने के चक्कर में उस युवक के पेट का आंतरिक हिस्सा फट गया और उस छात्र को अपने पेट का ऑपरेशन कराना पड़ा. जैसे तैसे जान बची. कई दिनों तक उस छात्र को तरल आहार पर निर्भर रहना पड़ा. इसीलिए कबीर जी ने कहा था कि बिना विचारे जो करे , सो पाछे पछताय. इसलिए बिना सोचे समझे उलटी - सीधी शर्त नहीं लगाना चाहिए.
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