कोटा : प्रॉपर्टी विवाद का एक ऐसा मामला सामने आया जिसमे एक बेटे ने कोर्ट परिसर में पिता के सामने शुक्रवार सुबह आत्मदाह करने के लिए पेट्रोल पी लिया और खुद पर ही छिड़क लिया. इस घटना से कोर्ट में हड़कंप मच गया. लोगों ने पुलिस को सूचना देकर उसे जैसे-तैसे रोका. पुलिस ने युवक को एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कैथूनीपोल के रहने वाले एडवोकेट चंद्रशेखर शर्मा का 40 वर्षीय पुत्र मुकेश शर्मा शुक्रवार सुबह अदालत परिसर में अपने पिता से मिलने गया था. मुकेश की कोर्ट में पिता से इंद्राविहार का मकान उसके नाम करने को लेकर कहासुनी हो गई. पिता ने मुकेश से कहा, पहले तू कमा, उसके बाद मकान तेरे नाम कर दूंगा. तू कुछ काम-धाम तो करता नहीं, लोगों के बहकावे में आ जाता है. इस पर मुकेश भड़क गया और अपने साथ लाई पेट्रोल की बोतल खोलकर पी गया. उसने पेट्रोल अपने पर छिड़कर आग लगाने का प्रयास किया तो मौजूद लोगों ने उसे रोक लिया.
जानकारी के मुताबिक मुकेश की अभी शादी नहीं हुई है और वह कोई काम नहीं करता. वही पिता एडवोकेट चंद्रशेखर शर्मा का कहना है कि मेरे बेटे को दूसरे लोग भड़का देते हैं. वह इंद्राविहार स्थित मेरे मकान को अपने नाम करवाने की जिद कर रहा है. मेरे दो बेटे व तीन बेटियां हैं.
मैं किसी एक के नाम मकान करुंगा तो परिवार में झगड़े होंगे, इस बात को यह नहीं समझता. मेरा एक बेटा सालभर पहले आगजनी में जलकर मर गया था, मैं तो उसके दुख से नहीं उबरा और यह ऐसी हरकतें कर रहा है. वही सी मामले पर नयापुरा सीआई देवेन्द्र भारद्वाज ने कहा, मामला पारिवारिक विवाद का है. इसमें पुलिस या कोर्ट केस से संबंध नहीं है. हमने उसे एमबीएस में भर्ती करवाया था. वह अभी बयान देने की स्थिति में नहीं है. युवक के स्वस्थ होने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.