भारत के लिए सीमी के आतंकी IS से भी खतरनाक : NIA
भारत के लिए सीमी के आतंकी IS से भी खतरनाक : NIA
Share:

नई दिल्ली : पेरिस में हुए आतंकी हमले के बाद से ही आईएस की चर्चा आम हो गई है। सारी दुनिया की सुरक्षा एजेंसियाँ एकजुट होकर आईएस के खात्मे के लिए प्लान बना रही है। लेकिन इसी खबर के बीच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने एक नया तथ्य उजागर किया है। NIA के अनुसार भारत के लिए सीमी के वो चार आतंकवादी आईएस से भी अधिक खतरनाक है, जो मध्य प्रदेश की जेल से फरार हो गए थे। सीमी के ये 4 आतंकी 2 साल से फरार है और एजेंसियाँ भी अब तक उन्हें नही ढुंढ पाई है।

क्या है सीमी?

स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया अलीगढ़ की एक स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन है, जिसका गठन 1977 में हुआ था। जिसका उद्देश्य भारत का उदारीकरण करना था। भारत को पश्चिमी देशों के प्रभावों से मुक्त करना। मुस्लिम समुदायों को मुस्लिम कोड ऑफ कंडक्ट का पालन कराना। 9-11 हमले के बाद 2001 में भारत सरकार ने इसे आतंकी संगठन घोषित कर दिया है। सीमी के आतंकियों के न पकड़े जाने का सबसे बड़ा कारण उनका मोबाइल की बजाए पब्लिक बुथ का प्रयोग करना है। 2014 नवंबर में उतर प्रदेश के बिजनौर में हुए धमाकों के मामले में NIA ने इनके खिलाफ मामला दर्ज कर रखा है।

NIA की दिल्ली, मुंबई व भोपाल युनिट के दर्जनों भर अधिकारी इनकी तलाश में जुटे है। जाँच एजेंसियों के इनके गुड़गाँव में होने की आशंका है, वहाँ एक ऐसे टेलीफोन बुथ का पता चला है, जिनका उपयोग ये लोग कर रहे है। लेकिन जब तक टीम वहाँ पहुँची ये चारों फरार हो गए। ये आतंकी अत्याधुनिक हथियारों से लैस है और बाम पंथी नेताओं के विचारधारा के खिलाफ है। दिसंबर 2014 में इन लोगो ने रुड़की में बम प्लांट कर बीजेपी नेता संगीत सोम को मारने की साजिश रची थी। संगीत सोम मुजफ्फरनगर दंगे के मुख्य आरोपी है।

चारों आतंकी शेख महबूब, अमजद, जाकिर हुसैन और मोहम्मद सलीक अक्टूबर 2013 में मध्य प्रदेश की एक जेल से अपने दो साथियों मोहम्मद एजाजुद्दीन और मोहम्मद असलम के साथ भाग गए थे। एजाजुद्दीन और असलम इस साल के शुरू में तेलंगाना पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारे गए। NIA की टीम को 12 मिनट का वो सीसीटीवी फुटेज मिला है, जिसमें ये चारों बिजनौर हमले के बाद इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाते दिख रहे है। पुलिस ने इन चारों के अलावा उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया है,जिन्होने इनकी मदद की थी। पुलिस ने जब इन मददगारों को हिरासत में लिया तो इनके पास से नकदी समेत डिटोनेटर भी बरामद हुए।

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
Most Popular
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -