लखनऊ: उत्तर प्रदेश में नई सरकार का गठन हो चुका है. नए मंत्रियों ने कल यानी शुक्रवार को शपथ भी ले ली है. योगी सरकार 2.O में कई नए चेहरे हैं, तो कुछ पुराने चेहरों को सरकार से ब्रेक दिया गया है. सीएम योगी की पहली पारी में राज्य के बिजली मंत्री रहे श्रीकांत शर्मा उन चुनिंदा नामों में हैं, जिन्हें इस बार सरकार में स्थान नहीं मिला है. श्रीकांत शर्मा ने इस बार मुथरा सीट से चुनाव जीता है. श्रीकांत शर्मा को सरकार में तो जगह नहीं मिली, किन्तु अब उनकी एक नई भूमिका को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. माना जा रहा है श्रीकांत शर्मा को यूपी भाजपा का नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है.
दरअसल, नई सरकार के गठन के साथ ही यूपी भाजपा में कई वैकेंसी बन गई हैं. यूपी भाजपा के प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह योगी सरकार में मंत्री बन गए हैं. ऐसे में भाजपा अब इस पद पर किसी दमदार शख्स को बिठाना चाहती है. भाजपा इस पद को भरने से पहले यूपी का सियासी माहौल, अपनी सियासी रणनीति और 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखना चाहती है. बताया जा रहा है कि योगी 1.O में उत्तर प्रदेश में बिजली की सप्लाई दुरुस्त करने वाले ऊर्जा मंत्री इस भूमिका में फिट बैठ रहे हैं. लिहाजा प्रदेश अध्यक्ष के लिए उनका नाम दौड़ में आगे चल रहा है.
बता दें कि श्रीकांत शर्मा ने मथुरा सदर सीट से चुनाव जीता है. उत्तर प्रदेश में भाजपा की सियासत अध्योध्या और काशी से प्रस्थान कर अब मथुरा पर आ टिकी है. इस बार के विधानसभा चुनाव में भी कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा ने जमकर सुर्खियां बटोरी थी. सीएम योगी ने गत वर्ष दिसंबर में श्रीकृष्ण जन्मभूमि का मामला उठाते हुए कहा था कि मथुरा कैसे पीछे छूट जाएगा. 51 वर्षीय श्रीकांत शर्मा भी मथुरा और श्रीकृष्ण जन्मभूमि के मुद्दे को लेकर एक्टिव रहे हैं और इसे हमेशा से उठाते रहे हैं.
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