अगर मराठी नहीं पढ़ाया गया, तो स्कूलों को बंद कराने पर मजबूर हो जाएगा शिवसेना
अगर मराठी नहीं पढ़ाया गया, तो स्कूलों को बंद कराने पर मजबूर हो जाएगा शिवसेना
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मुंबई : एक बार फिर से शिवसेना ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि यदि महाराष्ट्र के स्कूलों में मराठी नहीं पढ़ाई गई, तो स्कूल बंद कर दिए जाएंगे। महाराष्ट्र सरकार में उद्दोग मंत्री और शिवसेना नेता सुभाष देसाई ने राज्य के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होने ये बातें कही है।

अपने पत्र में देसाई ने मुंबई के उन 33 स्कूलों का जिक्र किया है, जिसके पाठ्यक्रम में मराठी शामिल नहीं है। पत्र में कहा गया है कि इन स्कूलों में स्टेट गवर्नमेंट रेजोल्यूशन 2009 के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। जिसके मुताबिक छात्रों के पाठ्यक्रम में मराठी भाषा का होना अनिवार्य है।

खत में यह भी कहा गया है कि आदित्य बिरला वर्ल्ड अकादमी, अमेरिकन स्कूल ऑफ बांबे, बॉम्बे इंटरनेशनल स्कूल, धीरुभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल, डॉ पिल्लई ग्लोबल अकादमी समेत कुल 33 स्कूलों में राज्य सरकार के अधीन अनिवार्य विषयों को नहीं पढ़ाया जा रहा है।

पत्र में कहा गया है कि फ्रेंच व कई अन्य विषय पढ़ाए जा रहे है, लेकिन मराठी नहीं। सरकार को ऐसे स्कूलों के खिलाफ न केवल कार्रवाई करनी चाहिए बल्कि यह भी सुनिश्चित करना चाहिए अगले सत्र से मराठी पढ़ाई जाए। देसाई ने कहा है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो शिवसेना आंदोलन करेगी औऱ स्कूलों को बंद कराने पर मजबूर हो जाएगी। बता दें कि 2017 में निकाय चुनाव होने वाले है, इसी कारण शिवसेना मराठी मुद्दों की ओर लौट रही है।

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