लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले साल फरवरी में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. एक ओर सियासी दल अपने-अपने जातीय समीकरण साधने की कोशिशों में जुटे हुए हैं, तो वहीं दूसरी ओर देश की बड़ी धार्मिक और सामाजिक संस्थाएं भी सक्रीय हो गई हैं और चुनावी मंथन आरंभ कर दिए हैं.
इसी क्रम में ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड सोमवार को लखनऊ में अहम बैठक करने जा रही है, जिसमें मुसलमानों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा होगी. शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की मीटिंग लखनऊ के मदरसा सुल्तानुल मदारिस में होने वाली है, जिसमें बोर्ड के सभी सदस्यों को बुलाया गया है. बताया जा रहा है कि बैठक में यूपी की जनसंख्या नियंत्रण नीति समेत मुसलमानों से संबंधित अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. इसके साथ ही अगले साल 2022 में होने वाले चुनाव को लेकर भी शिया पर्सनल लॉ बोर्ड सदस्य बातचीत करेंगे. ऐसे में शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
लखनऊ में होने वाली शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की इस मीटिंग में इस्लामिक किताब कुरान का अपमान करने वाले लोगों का धार्मिक और सामाजिक रूप से बॉयकॉट करने की भी घोषणा की जा सकती है. बता दें कि शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी को लेकर सुन्नी समुदाय ही नहीं बल्कि शिया समुदाय में भी आक्रोश है. खासकर वसीम रिजवी द्वारा सुप्रीम कोर्ट में कुरान की आयत को हटाने की मांग को लेकर यह नाराजगी बताई जा रही है.
पहले दिल्ली फिर हैदराबाद में भूकंप के झटकों से डोली धरती, लेकिन हानि की जानकारी नहीं
दिल्ली में महसूस किए गए भूकंप के झटके
तेलंगाना के प्रतिष्ठित रुद्रेश्वर मंदिर को मिली यूनेस्को की दुनिया, पीएम मोदी ने दी बधाई