पटना : बिहार चुनाव के तहत आज राज्य में दूसरे चरण के लिए मतदान किया जा रहा है। मगर इसके पहले नेताओं ने अपना व्यापक प्रचार-प्रसार किया। इस चुनाव प्रचार के बीच चुनाव आयोग द्वारा जेडीयू के अध्यक्ष शरद यादव को टिप्पणी करने पर नोटिस जारी किया गया। जिसमें यह कहा गया कि कथिततौर पर दैवीय क्रोध के नाम पर वोटर्स को प्रभावित करने का प्रयास किया गया। आयोग द्वारा इस चुनाव में दिया गया नोटिस आचार संहिता का संभवतः पहला मामला है।
आयोग द्वारा यह भी कहा गया कि जेडीयू अध्यक्ष यादव ने बिहार में लागू की गई आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया। उल्लेखनीय है कि आयोग पहले भी शरद यादव की टिप्पणी पर संज्ञान ले चुका है। शरद यादव ने अपनी टिप्पणी में आपत्तिजनक बात कही थी। उन्होंने कहा कि जो अपना वादा पूरा नहीं करते उन्हें जन्नत और स्वर्ग नहीं मिलता है। चुनाव आयोग द्वारा यह भी कहा गया कि मतदाता स्वतंत्र मतदान के अधिकार में दखल न दे।
उन्हें यह विश्वास दिलवाने का प्रयास न किया जाए, जिसमें उन्हें दैवीय क्रोध का शिकार बनाए जाने की बात की जाती है। आईपीसी के साथ 1951 के जनप्रतिनिधित्व कानून के प्रावधानों का उल्लंघन भी इस मसले पर किया गया। आयोग द्वारा जेडीयू प्रमुख यादव को अपने उत्तर को प्रस्तुत करने के लिए 17 अक्टूबर तक का समय दिया गया है।