अभी जिस प्रकार से फिल्म उड़ता पंजाब पर सेंसर बोर्ड व बॉलीवुड के फिल्ममेकरों के बीच में जमकर कटाक्ष हो चुके है तथा बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी इस फिल्म को अपनी और से हरी झंडी दिखा दी है. तथा अब मुद्दे पर 'बाहुबली' के निर्देशक एस.एस. राजामौली ने भी अपना खुलकर पक्ष रखा है. इस विषय पर बोलते हुए राजमौली ने कहा कि, छह सदस्यों वाला सेंसर बोर्ड का पैनल यह तय नहीं कर सकता कि देश के 130 करोड़ लोगों को क्या देखना चाहिए और क्या नहीं। 'मुझे फिल्मकारों से हमदर्दी है। हर कोई एक सीधा सा सवाल पूछ रहा है कि छह सदस्यों का एक बोर्ड यह कैसे तय कर सकता है कि 130 करोड़ लोगों को क्या देखना चाहिए और क्या नहीं।
उन्होंने कहा, वे जो कर रहे हैं, वो तर्कसंगत नहीं है। एक पिता, मां या परिवार के मुखिया का यह तय करना बेहतर है कि वह और बच्चे क्या देख सकते हैं और क्या नहीं देखना चाहिए। उन छह लोगों की जगह परिजन बेहतर निर्णायक हैं।' बता दे की राजमौली की फिल्म 'बाहुबली-द बिगिनिंग' का दूसरा पार्ट भी बन चूका है. तथा बता दे कि 'बाहुबली' के निर्देशक एसएस राजामौली इसके सीक्वल 'बाहुबली 2' को बेहतर बनाने में जुटे हैं।
जानकारी है कि 'बाहुबली' के सीक्वल के क्लाइमैक्स को फिल्माने में 30 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस एक्शन पैक्ड क्लाइमैक्स की शूटिंग कुछ दिनों बाद की जाएगी। ऐसा क्लाइमैक्स भारतीय फिल्म इतिहास में अब तक नहीं फिल्माया गया होगा।