भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के दवारा हाल ही में निवेशकों के हितों को ध्यान में रखते हुए और साथ ही अधिक से अधिक रिटर्न भी उपलब्ध करने को लेकर म्यूच्यूअल फंड्स के नियमों को कड़ा करने की बात सामने आई है. बताया जा रहा है कि म्यूच्यूअल फंड्स से इस मामले में निवेश की लागत को कम किये जाने के साथ ही जोखिश में सम्बंधित सम्पत्तियों को लेकर अधिक सतर्कता बरतने के बारे में कहा जाना है. जी हाँ, मामले में यह बात सामने आई है कि SEBI यह चाहता है कि म्यूच्यूअल फण्ड कंपनियां निवेशकों के लिए अपनी व्यवस्था में सुधार करें.
सूत्रों ने इस बारे में यह कहा है कि SEBI के द्वारा फ़िलहाल म्यूच्यूअल फंड्स पर विचार का काम किया जा रहा है. और समिति की सिफारिशों को लेकर SEBI इस बारे में आखिरी फैसला जल्द ही करने वाला है. साथ ही जानकारी में यह बात भी सामने आई है कि SEBI के चैयरमेन यू के सिन्हा ने एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया के द्वारा आयोजित एक बैठक में म्यूच्यूअल फंड्स के कुछ कार्यकारियों को भी फटकारा है. निवेश को लेकर ऊँची लागत के कारण छोटे निवेशकों को पूंजी बाजार में निवेश को लेकर सोचना पड़ता है. जिसे लेकर सिन्हा गंभीर है.