कोविड बुस्टर डोज के नाम पर चल रहा स्केम! दोषी कौन, केंद्र या फिर राज्य सरकारें!
कोविड बुस्टर डोज के नाम पर चल रहा स्केम! दोषी कौन, केंद्र या फिर राज्य सरकारें!
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आकाशदीप की रिपोर्ट

भोपाल। देश भर में इन दिनों केंद्र सरकार द्वारा कोविड बुस्टर डोज का खास अभियान चलाया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा दावा किया जा रहा है कि अभी तक देश में दौ सो करोड कोवेक्सीन के डोज लगा दिये गए है। लेकिन क्या वास्तव में केंद्र सरकार के द्वारा या फिर राज्य सरकारों के द्वारा कोविड से बचाव के लिये बुस्टर डोज अभियान को ईमानदारी पूर्वक चलाया जा रहा है या फिर वेक्सीनेशन के नाम पर बडा स्केम किया जा रहा है। यहां यह प्रश्न इसलिये खडा हो रहा है कि मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य झाबुआ जिले में रहने वाले एक वरिष्ठ पत्रकार दिलीप सिंह वर्मा को दिनांक 6 सितंबर 2022 को बिहार के सिरसा में कोविड का बूस्टर डोज मंजूकुमारी द्वारा लगाया जाकर दिलीप सिंह वर्मा को कोविन एप् के माध्यम से सरकार ने तीनों डोज सफलता पूर्वक लगाने पर बधाई देते हुए तीनों डोज का प्रमाण पत्र उनके मोबाईल नंबर पर भेजा है। जिसे देखकर वे हतप्रत रह गये, दिलीप सिंह वर्मा ने बताया की वे 6 सितंबर 2022 को मध्यप्रदेश में ही थे और उन्हे बिहार के सिरसा में बुस्टर डोज कैसे लगा दिया गया! जारी प्रमाण पत्र में दिलीप सिंह का आधार नबंर, रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर नाम, उम्र सभी की सही-सही जानकारी दी गई है। अब सवाल यह है कि दिलीप सिंह अपना तिसरा बुस्टर डोज मध्यप्रदेश में लगवाना चाहे तो भी उन्हे उक्त डोज नहीं लग सकता, क्योंकि सरकार के पोर्टल और रिकार्ड में उनका वेक्सीनेशन पूरा हो गया है।

यहां यह भी सवाल खडा होता है कि बुस्टर डोज के नाम पर जो स्केम हो रहा है उसमें केंद्र सरकार, मध्यप्रदेश सरकार या फिर बिहार सरकार के द्वारा स्केम किया जा रहा है, क्योंकि तीनों सरकारें इसके लिये दोषी है। दूसरा एक बडा सवाल यह भी उठता है कि क्या देश में नागरिकों का डाटा जोकि सरकारों के द्वारा वेक्सीनेशन के लिये या फिर वोटर आधार लिंक के जरिये जोडने का काम किया जा रहा है तो क्या वह सुरक्षित है क्योंकि बुस्टर डोज के नाम पर डाटा चोरी किया जा रहा है। यह भी सिद्ध होता है, क्या आप कल्पना कर सकते है कि प्रदेश के एक आदिवासी जिले का रहने वाला एक व्यक्ति झाबुआ जैसे छोटे से जिले से बिहार जैसे प्रांत में जाकर अपना बुस्टर डोज लगवायेगा।

दिलीप वर्मा ने मामले में कोविन एप, भारत के प्रधानमंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और बिहार सरकार के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि कोविड बुस्टर डोज में चल रही इस प्रकार की धांधली पर गंभीरता पूर्वक सरकार जांच करें और दोषी लोगों को इसके लिये कडी सजा दी जावें और देश में ऐसे कई लोगों के साथ फर्जीवाडा किया जा रहा है और उन्हे तीसरे बुस्टर डोज से वंचित रहना पड रहा है। ऐसे में ऐसे लोगों के साथ न्याय किया जावें और देश में सरकार के रिकार्ड से डाटा की हो रही चोरी पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की कार्यवाही की जावे अन्यथा आने वाले समय में डाटा चोरी देश व यहां के नागरिकों के लिये बडी मुश्किल खडा कर सकती है।

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