नई दिल्ली - बाजार में कोई चीज स्थिर नहीं रहती. कल तक सोने को निवेश का अच्छा साधन मान रहे निवेशक अब सोने में निवेश को बेहतर नहीं मान रहे हैं. अगर आंकड़ों पर नजर डालें को मौजूदा वित्त वर्ष के पांच महीनों के भीतर निवेशक ईटीएफ से अपना 462 करोड़ रुपया निकाल चुके हैं. इसमें से करीब 51 करोड़ का निवेश अगस्त महीने में ही निकाला गया है. बीते तीन वित्त वर्ष के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश कमजोर होता दिखा तो निवेशक उत्साहहीन हो गए.
बता दें कि वर्ष 2015-16, 2014-15 और 2013-14 के दौरान क्रमश: 903 करोड़, 1,475 करोड़ और 2,293 करोड़ रुपए निकाले जा चुके हैं.हालांकि पिछले दो साल के मुकाबले सुस्त इक्विटी बाजार के कारण ईटीएफ से पैसों की निकासी की तेजी में वर्ष 2015-16 के वित्त वर्ष में कुछ कमी देखने को मिली.
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड इन इंडिया (एंफी) के आंकड़ों के अनुसार बीते माह ईटीएफ से 51 करोड़ की निकासी हो चुकी है. जबकि जुलाई महीने में इसकी तुलना में करीब 183 करोड़ रुपए निकाले गए थे.बता दें कि यह जून 2014 के बाद की सबसे बड़ी मासिक निकासी थी. तब निवेशकों ने ईटीएफ से करीब 227 करोड़ रुपए निकाल लिए थे.