![क्यों होता हैं प्रेगनेंसी के दौरान बैक पैन](https://media.newstracklive.com/uploads/fitness/health-tips/Nov/22/big_thumb/pregancy_backache_5833d5480192a.jpg)
वैसे तो शरीर में कई जगहों पर दर्द होता है लेकिन कमर का दर्द एक ऐसा दर्द है जिसके पीड़ित लाखों की संख्या में है। कमर दर्द का बेसिक कारण गलत पोस्चर, गलत तरीके से वजन उठाना और किसी किडनी संबंधी बीमारी का इंडिकेशन भी होता है। महिलाएं जब माँ बनने के प्रोसेस में होती है और प्रेग्नेंट होती है तो उन्हें कमर दर्द का एहसास काफी होता है। अमूमन हर प्रेग्नेंट महिला कमरदर्द को लेकर काफी परेशान रहती है और कई बार उनमे इस को लेकर डर भी पैदा हो जाता है।
घबराएं की जरुरत नहीं है क्योंकि प्रेगनेंसी के समय कमर दर्द अनेक कारणों से हो सकता है। प्रेगनेंसी में गर्भाशय भारी होने लगता है, महिलाओं की ग्रेविटी का सेंटर बदलने लगता है जिससे हाव-भाव और गतिविधियों में परिवर्तन होता है। ज्यादातर महिलाएं प्रेगनेंसी के लास्ट स्टेज में पीछे की ओर झुक जाती है जिससे कमर की मांसपेशियों को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और कमर दर्द की सम्भावना बढ़ जाती है।
पेट की मांसपेशियों का कमजोर होना भी प्रेगनेंसी के दौरान कमर दर्द का कारण हो सकता है। सामान्यत: पेट की मांसपेशियां रीढ़ की हड्डी को सहारा देकर कमर के स्वास्थ्य को सही रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके अतिरिक्त प्रेगनेंसी हार्मोन मांसपेशियों को मुक्त कर ढ़ीला कर देते है जिससे कमर दर्द हो सकता है और शारीरिक गतिविधियों के दौरान चोट लगने की संभावना भी बढ़ जाती है।