लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा में सपा के प्रमुख नेता और मंत्री आजम खान और स्पीकर माता प्रसाद पांडेय की टिप्पणियों और बयानों से उपजा विवाद राजभवन पहुंच गया है। इस मामले में जहां मंत्री आजम खान को पद के योग्य ही नहीं कहा गया है वहीं विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय सहित मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को राज्यपाल ने राजभवन तलब कर लिया है। अपने एक पत्र में राज्यपाल राम नाईक ने लिखा है कि विधानसभा कार्रवाई की असंपादित और संपादित प्रति के अवलोकन से यह साफ है कि मंत्री आजम खान ने जो टिप्पणियां की थीं वे अच्छी नहीं थीं। हालांकि इन पंक्तियों को सदन की कार्रवाई से हटाए जाने की बात राज्यपाल राम नाईक ने कही।
मंत्री आजम खान को लेकर राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि मंत्री आजम द्वारा की गई टिप्पणी सदन की गरिमा, मर्यादा और परंपरा के अनुसार नहीं थी। उन्होंने संसदीय कार्यमंत्री की योग्यता पर प्रश्नचिन्ह लगाया है कि वे इस कार्य के योग्य हैं या नहीं। उल्लेखनीय है कि मंत्री आजम खान ने कहा कि आखिर राज्यपाल विधानसभा में पारित किए गए नगर निगम संशोधन विधेयक को स्वीकृत क्यों नहीं कर रहे हैं। आजम ने उन पर राजनीति से प्रेरित होकर कार्य करने का आरोप भी लगाया।
जिसे लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने आपत्ती ली और अपनी ओर से टिप्पणी की। जिसके बाद यह मामला राजभवन पहुंच गया। उल्लेखनीय है कि यूपी के मंत्री आजम खान ने कई तरह की टिप्पणियां की हैं जिससे राज्य में साप्रदायिकता फैलने की बात कही जाती रही है। उन पर विवादित टिप्पणियां करने के आरोप भी लगते रहे हैं।