जालोर: सर्वोच्च न्यायालय की रोक के बाद भी बजरी का अवैध खनन धड़ल्ले से चल रहा है. बजरी का यह काला कारोबार जालोर जिले के आहोर उपखण्ड क्षेत्र में कितना फलता फूलता जा रहा है इसका अनुमान केवल इस बात से लगाया जा सकता हैं कि पिछले एक हफ्ते में आहोर उपखण्ड में पुलिसिया कार्रवाई में ही 32 से अधिक ट्रेक्टर-ट्रोली को अवैध बजरी परिवहन करते पकडे गए हैं.
आहोर थाना पुलिस, भाद्राजून थाना पुलिस और नोसरा थाना पुलिस के साथ ही उम्मेदपुर चौकी पुलिस भी इन बजरी माफियाओं पर निरंतर कार्रवाई कर रही है. पर बजरी माफियाओं में इन कार्रवाईयों का कोई प्रभाव नज़र नहीं आ रहा है. रोज़ाना ट्रेक्टर-ट्रॉलियां जब्त करने के बाद भी ये बजरी माफिया जुर्माना भरकर भी अपना काला कारोबार चला रहे हैं.
अगर आहोर उपखण्ड की बात करें, तो आहोर उपखण्ड इलाके से गुजरने वाली जवाई नदी बजरी माफियाओं की पसंदीदा स्थान बना हुआ है. जिसमें आहोर, सनवाड़ा, भैंसवाड़ा, गोदन, सांकरणा, कनिवाड़ा, ऊण, भागली पुरोहितान, छिपरवाड़ा, बुड़तरा, थांवला, हरजी, पचानवा, मालपुरा, बेदाना, सेदरिया बालोतान, पावटा, रासियावास, पलासिया, अगवरी, गुड़ा-बालोतान, दयालपुरा, मादड़ी, नोसरा, निम्बला, वेडिया, भोरड़ा, रामा, भूति, कंवला, कवराडा समेत लगभग तीन दर्जन से अधिक गांवों में अवैध बजरी का ये गोरखधंधा निरंतर जारी हैं.
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