नई दिल्ली : वैश्विक बाजारों में इन दिनों हलचल देखने को मिल रही है. इसको देखते हुए हाल ही में रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के गवर्नर रघुराम राजन ने यह कहा है कि दुनिया को फ़िलहाल बेहद ही ख़राब हालात का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि कई ऐसी नीतियां है जिन्हे अपनाने को लेकर सेंट्रल बैंकों को इससे बचाने के लिए ब्रेटन वुड्स की तर्ज पर एक नए अंतरराष्ट्रीय समझौते की जरूरत सामने आ रही है.
गौरतलब है कि इन नीतियों से कई ऐसी अर्थव्यवस्थाएं है जो प्रभावित हो सकती हैं. ब्रेटन वुड्स समझौते के बारे में जानकारी देते हुए आपको बता दे कि यह समझौता 1944 में स्थापित मोनेट्री और एक्सचेंज रेट मैनेजमेंट सिस्टम है.
साथ ही यह भी बता दे कि इसके बड़े निष्कर्षों को आईएमएफ के गठन में के दौरान भी शामिल किया गया था. इस मामले में जानकारी देते हुए प्रोजेक्ट सिंडिकेट की वेबसाइट पर राजन ने बताया है कि मेरे अनुसार ब्रेटन वुड्स के क्रम में आगे हमें एक नए अंतरराष्ट्रीय समझौते की जरूरत पड़ने वाली है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया है कि विकसित देशों में सेंट्रल बैंक्स किसी भी तरह से अपनी नीतियों को सही ठहरने में लगे रहते है.