रांची. 6 वर्षीय मासूम नाबालिग बच्ची से बलात्कार के बाद उसे स्कूल से निकालने का मामला प्रकाश में आया है.नाबालिग बच्ची के साथ ही उसका भाई भी यौन शोषण का शिकार हुआ था . अब इस मामले पर स्कूल प्रशासन सफाई दे रहा है. पिछले बुधवार को रांची के एक स्कूल में बच्ची और उसके 9 वर्षीय भाई का एडमिशन कराया गया था. बच्चों की मां ने बताया की जब वह बच्चों को स्कूल से घर लाने के लिए पहुंची तो प्रिंसिपल ने मुझसे फीस की रसीद वापस करने को कहा.
सोमवार को स्कूल के प्रिंसिपल ने मुझे फिर बुलाया और कहा कि मैं बेटी को स्कूल न भेजा करूं, क्योंकि वह रेप पीड़ित है. इस बात पर मेरी प्रिंसिपल से एक घंटे तक बहस हुई. रेप पीड़िता नाबालिग बच्ची के पिता सब्जी बेचने का काम करते है. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी बेटी के साथ पिछले साल पड़ोस के ही एक नाबालिग लड़के ने रेप किया था. लड़की के भाई के साथ भी उसने अननेचुरल सेक्स किया था.
जानकारी के मुताबिक आरोपी दोनों बच्चों को पढ़ाने के लिए उनके घर आता था. 10 जनवरी 2015 को इस मामले की शिकायत कोकर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई थी. आरोपी को गिरफ़्तारी के बाद जमानत पर छोड़ दिया गया था. मामला मीडिया में आने के बाद लोगो ने स्कूल के सामने विरोध प्रदर्शन किया. वही दूसरी और इस मामले पर स्कूल प्रबंधन हैरान करने वाली सफाई दे रहा है. प्रिंसिपल और डायरेक्टर का कहना है कि पिछले साल स्कूल के एक स्टूडेंट ने नाबालिग लड़की से रेप किया था. इस कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था.
हालांकि, स्कूल का कहना है की उन्होंने बच्ची को स्कूल से नहीं निकाला है और इस मामले में कुछ गलतफहमी हुई है. इस मामले पर रांची के शिक्षा अधिकारी जयंत मिश्रा ने कहा कि उन्हें इस बारे में पता नही है. अगर शिकायत मिली तो कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.