रामपुर : उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर में गैंगरेप मामले में पीड़िता के पिता द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर करने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमु ख नेता आजम खान बैकफुट पर आ गए। कैबिनेट मंत्री आजम खान ने बयान जारी कर कहा कि उन्होंने पहले जो बयान दिया था उसका पीड़िता का किसी तरह से संबंध नहीं है। आजम खान ने यह भी कहा कि पीड़िता व सुप्रीम कोर्ट को लेकर किसी तरह की टिप्पणी नहीं की गई है।
दरअसल पीडिता का पक्ष लेते समय उन्होंने यह भी कहा कि राजनीतिक व्यक्ति का बयान राजनीतिक हो सकता है ऐसे में पीड़िता का बयान से संबंध नहीं होता है। दरअसल रामपुर में पत्रकारों से चर्चा के दौरान आजम खान ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय को लेकर किसी तरह की टिप्पणी नहीं की गई। उन्होंने पीड़िता का पक्ष लेने की बात भी कही। आजम का कहना था कि जो भी हमारी मां और बेटी को अपशब्द कहते हैं वे ही इन सभी बातों के पीेछे हैं।
किसी ने सुप्रीम कोर्ट में वाद दायर किया है तो फिर यह बात बेहद घटिया है। इतना ही नहीं रामपुर की सांसद जयाप्रदा को फिल्म विकास परिषद का उपाध्यक्ष बनाने को लेकर जो सवाल किए गए थे उस पर आजम खान ने कहा कि फिल्म मंडली कमेटी या फिर संस्था में किसी फिल्म वाले को रखा गया तो इसमें क्या एतराज हो सकता है। इतना ही नहीं भले आदमी को नहीं रख दिया और न ही फिल्म वाले को ही न अगर किसी डाॅक्टर इंजीनियर समाज के किसी व्यक्ति को रखा होता तो उसमें लोगों को परेशानी होती।