तिनसुकिया को सच्चे अर्थ में बनाना होगा सुखिया
तिनसुकिया को सच्चे अर्थ में बनाना होगा सुखिया
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तिनसुकिया : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में आमसभा को संबोधित किया। असम के तिनसुकिया क्षेत्र में उन्होंने जैसे ही असमिया भाषा का उपयोग किया उत्साहित जनसमुदाय उल्लासित हो उठा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां पर भाजपा और असमगण परिषद का चुनाव प्रचार करने पहुंचे हैं। उनके संबोधन करते ही हर कहीं तालियों की गडगड़ाहट और शोर सुनाई दिया। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य तिनसुकिया को सच्चे अर्थ में सुखिया बनाना है। इसलिए यह चुनाव बड़ा महत्वपूर्ण है। मगर इस चुनाव से मेरा बहुत घाटा होने वाला है।

दिल्ली का नुकसान होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि व्यक्तिगतरूप से उनका नुकसान होने वाला है क्योंकि उत्तम मंत्री में एक मंत्री है सर्वानंद जो कि लोगों में लोकप्रिय है। ऐसा अत्यंत सरल नेता आपके बीच होगा। अप्रत्यक्ष तौर पर पीएम मोदी का कहना था कि सर्वानंद सोनोवल को निर्वाचन के बाद असम संभालना होगा। उन्होंने उनकी प्रशंसा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी गोगोई से कोई लड़ाई नहीं है उनकी लड़ाई तो गरीबी से है। बुराईयों और भ्रष्टाचार के विरूद्ध उन्हें लड़ना है।

उन्होंने कहा कि बुजुर्गों को वे कई बार नमन करते हैं। उनके आशीर्वाद से असम नई ऊंचाई छू सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश जब स्वाधीन हुआ तब उसमें समृद्ध राज्य थे उनमें से एक का नाम आसाम था। मगर अब भारत के सबसे गरीब राज्यों में यदि किसी राज्य का नाम है तो वह आसाम है। आखिर आसाम की यह दुर्दशा किसने की आसाम को किस ने बिजली के लिए तरसाया। इसका जिम्मेदार आखिर कौन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आसाम से मैं कुछ भी नहीं मांग रहा हूं बस 5 साल दे दीजिए।

5 साल में आसाम का विकास होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आसाम को मुसीबतों से निकालने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने चुनाव के बाद आसाम को नौजवान मुख्यमंत्री मिलने का आश्वासन भी दिया और केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल की तारीफ की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बच्चों को जिस दिन यह पढ़ाया जाएगा कि ए फाॅर आसाम तब हमारा कार्य पूर्ण होगा। यहां के लोग परिश्रमी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुसीबतें झेलने के बाद भी यहां के लोग कुछ अच्छा करने का प्रयास करते हैं मगर सरकारें ऐसी हैं कि इतना पानी होने के बाद भी लोग प्यासे हैं।

यहां पानी का अभाव है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां की नदी ब्रह्मपुत्र की बात कही और कहा कि आखिर जहां इतनी बारिश हो वहां पानी के लिए लोगों को तरसना पड़े इस हेतु सरकार जिम्मेदार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यदि विद्युत आपूर्ति पर्याप्त होगी तो क्या यहां का विकास होगा या नहीं होगा। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि स्वतंत्रता के बाद भी ऐसे गांव बड़े पैमाने पर हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है। उन्होंने कहा कि एक फाॅ आसाम शब्द हिंदुस्तान के कोने - कोने में गूंज सकता है।

ऐसी शक्ति आसाम के लोगों में है। उन्होंने असम के बागानों में होने वाली चाय की पैदावार और यहां करने वाले मजदूरों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि वे अपना कर्ज चुकाना चाहते हैं और आसाम को नई ऊंचाईयों पर ले जाना चाहते हैं। उन्होंने सीएजी की बात करते हुए कहा कि आखिर आसाम के विकास के लिए जो पैसा आवंटित हुआ उसका क्या हुआ। इसका उत्तर दीजिए। यदि उत्तर नहीं आया तो फिर जनता ईवीएम का बटन दबाकर अपना उत्तर देगी। 

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