नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस समारोह से पहले, पीएम मोदी बुधवार को लाल किले से भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष की गाथा को बखान करने वाले तीन नए संग्रहालयों का उद्घाटन करने वाले है। पहला संग्रहालय नेताजी सुभाष चंद्र बोस और इंडियन नेशनल आर्मी(आईएनए) पर आधारित रहेगा। इसमें नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आईएनए से संबंधित शिल्पकृतियों को प्रदर्शित किया जाएगा, जिसमें नेताजी द्वारा उपयोग की गई एक लकड़ी की कुर्सी, तलवार, पदक, वर्दी और अन्य सामान शामिल होंगे।
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उल्लेखनीय है कि आईएनए के विरुद्ध मुकदमे की सुनवाई लाल किले में ही हुई थी। पीएम मोदी इसके अलावा 'याद-ए-जलियां' संग्रहालय का भी उद्घाटन करने वाले हैं, जो आगंतुकों को 1919 में जलियांवाला नरसंहार के इतिहास के बारे में जानकारी देगी। इसके साथ ही यह प्रथम विश्व युद्ध में भारतीय सैनिकों की वीरता को भी प्रदर्शित करेगा।
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तीसरा संग्रहालय 1857 के स्वतंत्रता संघर्ष की ऐतिहासिक गाथा को प्रदर्शित करेगा, जिसमें इस दौरान भारतीयों द्वारा किए गए बलिदान को प्रदरशूट करेगा। संग्रहालय को आने वाले लोगों को बेहतरीन अनुभव प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसमें फोटो, पेंटिंग, अखबार की क्लिपिंग, प्राचीन रिकार्ड, ऑडियो-वीडियो क्लिप, एनिमेशन व मल्टीमीडिया की सुविधा भी शामिल होगी। आपको बता दें कि प्रति वर्ष पीएम मोदी लाल किले से गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से देश को सम्बोधित करते हैं।
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