मुंबई : शीना बोरा हत्याकांड के चार आरोपियों में से एक पीटर मुखर्जी की सीबीआई हिरासत सोमवार को एक विशेष अदालत ने गुरुवार तक के लिए बढ़ा दी। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आरोप लगाया कि पीटर, शीना की हत्या और उसके शव को ठिकाने लगाने के बारे में "तथ्यों को जानबूझ कर छिपा रहा है। पीटर को सीबीआई अदालत में पेश कर अभियोजन पक्ष ने उसे 10 दिन और सीबीआई हिरासत में देने का आग्रह किया। अदालत से कहा गया कि अपनी सौतेली बेटी की हत्या की जांच में पीटर सहयोग नहीं कर रहा है। सीबीआई ने यह भी कहा कि उसे कुछ ऐसे दस्तावेज के बारे में पता चला है जिनके बारे में पीटर को काफी जानकारी है।
मुखर्जी को सीबीआई ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। उसे तीन दिन के लिए (सोमवार तक) सीबीआई हिरासत में सौंप दिया गया था। अपनी दो पन्ने की हिरासत अर्जी में सीबीआई ने सोमवार को कहा था कि मुखर्जी ने मामले से संबंधित तथ्यों को उजागर नहीं किया और न ही अपनी पत्नी इंद्राणी मुखर्जी से हुई बातचीत की जानकारी दी। सीबीआई ने कहा कि हालांकि पीटर ने भारत और ब्रिटेन में 2010-2011 में सावधि जमा और अचल संपत्ति में किए गए करोड़ों रुपये के कुछ निवेशों की जानकारी दी थी। लेकिन, इन निवेशों के स्रोत के बारे में जानकारी नहीं दी।
सीबीआई ने 10 दिन की हिरासत इसलिए मांगी क्योंकि पीटर का संबंध मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, गुवाहाटी, गोवा, शिलांग और विदेश से भी है। सीबीआई ने कहा कि वह तमाम जगहों से दस्तावेज और सबूत एकत्र करना चाहती है। अगस्त में मुंबई पुलिस ने शीना की मां इंद्राणी मुखर्जी, उसके पूर्व पति संजीव खन्ना और पूर्व ड्राइवर श्यामवर राय को शीना की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था। ये तीनों तीन दिसंबर तक के लिए सीबीआई की हिरासत में हैं।