मानव का निवास स्थान जिसे हम घर कहते है वह एक मंदिर की तरह होता है.यदि उसमें रहने वाले लोग आपस में लड़ते झगड़ते है तो यह अपवित्र हो जाता है . यह लड़ना झगड़ना उसके मन में आई नकारात्मक ऊर्जा से ही उत्पन्न होता है. यह नकारात्मक ऊर्जा क्यों और कैसे आती है .इसे कैसे दूर करें .घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश कैसे आये .जानने के लिए हम वास्तु शास्त्र पर एक नजर डालते है . और उसके अनुसार कार्य करते है तो जीवन में बदलाव पाते है .
1. माना जाता है की यदि आप मोर पंख को अपने घर के अंदर साफ शुद्ध स्थान ख़ास तौर से पूजा वाले स्थान में रखते है तो निश्चित रूप से आपके घर के साथ ही साथ आसपास की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाएगी .
2. धर्म- ग्रन्थ में बताया गया है की बांसुरी भगवान कृष्ण का बहुत ही प्रिय वाद्य यंत्र है बांसुरी भी एक अवतार है जो मानव के सौभाग्य और ऐश्वर्य का सूचक भी है. इसे आप घर में किसी भी दिशा में लगाएं तो आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
3. एक और अलग सी बात यदि आप कमरे के दक्षिण पश्चिम कोण पर आलमारी रखते है तो सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
4. इस बात का भी रखें ध्यान ,घर के मुख्य द्वार पर गणेश प्रतिमा नहीं लगाना चाहिए बल्कि अगर यहां चांदी का स्वास्तिक लगाते हैं तो घर के अंदर नकारात्मक शक्तियों का प्रवेश नहीं होगा .
5. आपके मकान के मुख्य द्वार के सामने शौचालय या रसोईघर का दरवाजा होना या मुख्य द्वार के आगे दीवार या खम्भा होना ठीक नहीं माना जाता है .भवन निर्माण के पहले ही इसका रखें ध्यान .