पेशावर : पाकिस्तान के पेशावर में आर्मी पब्लिक स्कूल में हुए आतंकी हमलों को एक बार फिर पाकिस्तान में याद किया जा रहा है। दरअसल इन हमलों की बरसी है। हमले की बरसी पर मृतक बच्चों के परिजन और पाकिस्तानी नागरिकों व नेताओं ने इस हमले के दर्द को याद किया। इस दौरान हमले में मारे गए करीब 148 लोगों को भी याद किया गया। उनकी स्मृति में पुष्प भी अर्पित किए गए। लोग मृतकों को याद कर रूआंसे हो गए। कुछ की पलकों पर आंसू आ गए।
मारे गए लोगों में करीब 132 स्कूली बच्चे भी शामिल थे। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन तहरीक - ए - तालिबान पाकिस्तान ने ली थी। इस मामले में एक तालिबानी आतंकी को फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है। उल्लेखनीय है कि 16 दिसंबर की सुबह 10.30 बजे पाकिस्तान की सिक्युरिटी फोर्स की ड्रेस पहनकर आतंकी अंदर दाखिल हुए। इस दौरान उन्होंने स्कूल परिसर में अंधाधुंध फायरिंग की।
फायरिंग में बड़े पैमाने पर बच्चों की मौत हो गई। हमले के बाद स्कूल परिसर का स्थल बहुत ही विभत्स था। स्कूल में लाशों के ढेर बिछ गए। बच्चों के सामने आतंकियों द्वारा स्कूल की प्रिंसिपल ताहिरा काजी को जिंदा जला दिया गया था। आर्मी ने स्पेशल आॅपरेशन कर आतंकियों से मुठभेड़ की थी। इस अभियान में लंबी मुठभेड़ में पाकिस्तान के कमांडर्स ने सफलता पाई थी।