नई दिल्ली: पाकिस्तान को भारत पर हमलों के जिम्मेदार लोगों में से कुछ को केवल घर में नज़रअंदाज़ करने या फिर दूसरे को खुला छोड़कर भाषण देने के लिए स्वतंत्र नहीं किया जा सकता है बल्कि पाकिस्तान को इन आतंकियों पर कार्यवाही करना चाहिए'.
यह बात भारत के पूर्व राजनयिक हुसैन हक्कानी ने कहा कि यदि जिहादी समूहों को किसी भी खतरे के तौर पर नहीं देखा जाता है और पाकिस्तान द्वारा उसके विरूद्ध किसी तरह की कार्यवाही नहीं होती है तो फिर पठानकोट वायुसेना के अड्डे जैसे हमले होते रहेंगे।
उनका कहना था कि जिहादी बीेते 30 वर्ष में पाकिस्तान हेतु सफल नहीं हो पाए हैं. पाकिस्तान के अमेरिकी राजदूत ने कहा कि पाकिस्तान जानता है कि यदि पाकिस्तान सीधे तौर पर भारत पर आक्रमण करता है तो वह सीधे तरीके से भारत से जीत नहीं सकता है, वह भारत के हाथ बांधना चाहता हैं यही नहीं वह आतंकवाद का सहारा लेकर भारत के साथ छद्म युद्ध करना चाहता है।