इस्लामाबाद : पाकिस्तान अब ईरान से भी डरने लगा है. शायद इसीलिए वह ईरान की सीमा पर गेट बनवा रहा है. इसका कारण तस्करी रोकने का मकसद बताया जा रहा है, जबकि जानकार इसे भारत-ईरान के बढ़ते दोस्ताना संबंधों का तनाव और दबाव मान रहे हैं. गौरतलब है कि तोरखम सीमा बिंदु पर सुरक्षा द्वार को लेकर इस्लामाबाद और काबुल को लेकर पहले ही तनाव जारी है, जबकि हाल ही में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए तालिबान प्रमुख मुल्ला मंसूर के बाद यह फैसला लिया गया है.
मंसूर कथित तौर पर ईरान से बलूचिस्तान में घुसा था. एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि फ्रंटियर कोर के कमांडर ब्रिगेडियर खालिद बैग और बलूचिस्तान के कलेक्टर सीमा शुल्क सईद अहमद जादून ने कल चगई जिले के ताफ्तान में पाकिस्तान गेट की आधार शिला रखी.
अधिकारी के अनुसार यह निर्माण 14 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा. इस पर डेढ़ करोड़ की लागत आएगी. इसका उद्घाटन 14 अगस्त को देश के स्वतंत्रता दिवस पर किया जाएगा.