अलीगढ़: हमारे देश में लोगो की मानसिकता में कब बदलाव आएगा इस बात का कुछ अंदाजा ही नही हैं. किन्तु इस मानसिकता के चलते समाज न जाने कितने ही जागरूक करने वाली चीजों से दूर रह जाता है. इस मानसिकता का शिकार अभी रिलीज हुई फिल्म अलीगढ़ भी हो गयी हैं. दुर्भाग्यवश इस फिल्म को अलीगढ़ के लोग ही नही देख पाएं.
निर्माता हंसल मेहता की फिल्म अलीगढ़ (अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) में प्रोफेसर रहे श्रीनिवास रामचंद्र सिरास के गे स्कैंडल पर बनी थी. जिस पर अलीगढ़ में छात्रों तथा बीजेपी कार्यकर्ताओं नें तीखी प्रतिक्रिया दी और इसी के चलते अलीगढ़ के थियेटरों में ये फिल्म चल ही नही पाई.
शहर की बीजेपी मेयर शकुंतला भारती नें कहा की फिल्म का नाम शहर के नाम पर रखकर शहर को बदनाम करने की साजिश की गई हैं जो मंजूर नही होगा और फिल्म शहर में नही चलेगी. तो वहीं मिलात बिदारी मुहीम कमेटी के जसीम मोहम्मद ने कहा था, हमें फिल्म से नहीं इसके नाम से ऑब्जेक्शन है। इससे आने वाले समय में अलीगढ़ को समलैंगिकता के साथ रिलेट किया जाएगा. यूनिवर्सिटी स्टूडेंट तय्यब शाहिद ने कहा, अलीगढ़ जो अपनी तमीज-तहजीब के लिए मशहूर है, निर्माता हंसल मेहता ने इस गे स्कैंडल मूवी का नाम अलीगढ़ रखकर, अलीगढ़ की तौहीन की है.