भुवनेश्वर: ओडिशा सरकार एमएसएमई (सूक्ष्म, छोटे और मझोले उद्यमों) को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के लिए अग्रणी ऑनलाइन खुदरा कंपनियों के साथ चर्चा में हैं। राज्य सरकार ने मुंबई स्थित विश्व व्यापार केंद्र (डब्लूटीसी) का भी सहयोग मांगा है, जो स्थानीय कारोबारों को वैश्विक बाजारों में ऑनलाइन पहुंचाने और ओडिशा की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने में मदद करेगा।
एमएसएमई के सचिव पंचानन दास ने आईएएनएस को बताया, "हम अपने एमएसएमई उत्पादों के ऑनलाइन विपणन के लिए डब्लूटीसी के साथ चर्चा कर रहे हैं। इससे हमारे उत्पादों को व्यापक रूप से प्रसिद्धि मिलेगी। हम कुछ अग्रणी ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं जैसे अमेजॉन, फ्लिपकार्ट और स्नैपडील के साथ प्रत्यक्ष चर्चा भी कर रहे हैं।"
एमएसएमई विभाग ने एमएसएमई बाजार वेब पोर्टल की शुरुआत की, जो राज्य में निर्मित प्लास्टिक सामानों, पेंट, एनामेल पेंट, स्टैबलाइजर, खाद्य उत्पादों और पशु खाद्य सामग्रियों की बिक्री के लिए ऑनलाइन खुदरा मंचों से जोड़ा जाएगा। दास ने कहा, "स्थानीय उद्योग वैश्विक मानदंड़ों के अनुरूप शीर्ष गुणवत्ता के उत्पादों का उत्पादन कर रहे हैं।"
हितधारकों का कहना है कि राज्य में लगभग 1.5 मिलियन एमएसएमई उद्यमी हैं, जिनसे राज्य में 3.3 मिलियन लोगों को रोजगार मिलता है। ओडिशा इस क्षेत्र में रोजगार का सृजन करने वाले शीर्ष 10 राज्यों में शामिल हैं। राज्य ने 28 प्रतिशत की राष्ट्रीय औसत दर की तुलना में 32 प्रतिशत विकास दर दर्ज की है। यहां रोजगार विकास दर 29 प्रतिशत है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर औसतन यह 26 प्रतिशत है। एमएसएमई क्षेत्र राज्य के निर्यात में 40 प्रतिशत का योगदान करता है।