Aug 16 2016 03:45 AM
कोरबा। पानी अमूल्य है, व्यर्थ न बहने दें। इस स्लोगन का बहुत ही कम लोग पालन करते हैं। एनटीपीसी प्लांट में कार्यरत कर्मियों ने पानी के मोल को समझा और बचत करने की ठानी। और प्लांट से हर रोज यूं ही व्यर्थ बह जाने वाले 24500 एम3 पानी की रिसाइकलिंग कर उसे पुनः उपयोगी बना डाला।
रिसाइकलिंग की वजह से प्लांट में व्यर्थ बहने वाले पानी की बचत तो हो रही रही, साथ ही एनटीपीसी प्रबंधन को जल कर के रूप में दिए जाने वाली राशि में हर रोज 2 लाख रुपए की भी बचत हो रही।
एनटीपीसी के इंजीनियरों के संयुंक्त रूप से बनाई गई इस योजना को महाप्रबंधक समेत अन्य अफसरों ने प्रोत्साहित किया। वहीं संपूर्ण प्रोजेक्ट रिपोर्ट को सरंचना क्वालिटी सर्किल के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इस पर सरंचना क्वालिटी सर्किल ने केवल इस योजना को प्रोत्साहित किया, बल्कि अन्य स्थानों पर भी उपयोग करने का दिशा निर्देश दिया है।
इस टीम ने पहली बार पानी बचाने का कार्य किया। इसके लिए राउरकेला में क्वालिटी सर्किल फोरम ऑफ इंडिया (क्यूसीएफआई) ने टीम के सदस्यों को सम्मानित करते हुए गोल्ड मेडल प्रदान किया।
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