पटना: CBI अदालत ने चारा घोटाला मामले में RJD अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को 5 वर्ष की सजा सुनाई है. इसके अतिरिक्त अदालत ने लालू प्रसाद यादव पर 60 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. लालू यादव की सजा की घोषणा होने के पश्चात् रांची मौजूद रिम्स में RJD प्रमुख की निगरानी में 3 मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है.
दरअसल, लालू प्रसाद यादव को CBI की स्पेशल कोर्ट ने 15 फरवरी अपराधी करार दिया था, किन्तु सजा की घोषणा होने से पहले उनकी एक तस्वीर वायरल हो गई. इस तस्वीर में लालू पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अभय सिंह, रंजन यादव, इरफान अंसारी के साथ नजर आए थे. लालू यादव के साथ भेंट के चलते अभय सिंह फोन पर बात करते हुए दिखाई दे रहे थे. इस तस्वीर के वायरल होने के पश्चात् विपक्ष ने खूब हंगामा किया था. विपक्ष ने इल्जाम लगाया था कि लालू प्रसाद यादव रिम्स हॉस्पिटल में जेल मैन्युअल का उल्लंघन कर रहे हैं तथा फिर से दरबार लगा रहे हैं.
वही विपक्ष के हंगामे के पश्चात् लालू की निगरानी के लिए रिम्स के पेइंग वार्ड के मेन गेट पर तीन मजिस्ट्रेट को तैनात किया गया है. तीनों ही मजिस्ट्रेट तीन भिन्न-भिन्न शिफ्ट में काम करेंगे. अब किसी भी शख्स को लालू यादव से मिलने के लिए मंजूरी दिखानी होगी. बिना मंजूरी के किसी भी शख्स को लालू यादव से मिलने नहीं दिया जाएगा. मिलने के लिए बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार के अधीक्षक की मंजूरी लेनी होगी.
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