इस्लामाबाद: इस समय पूरी दुनिया इजराइल और आतंकी संगठन हमास के बीच जारी युद्ध से दहशत में है। इसमें जहाँ एक ओर मुस्लिम देश फिलिस्तीन और हमास के समर्थन में इजराइल के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं, वहीं अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस जैसे बड़े देशों ने इजराइल को मदद का भरोसा दिया है। ये जंग तब शुरू हुई, जब आतंकी संगठन हमास ने इजराइल पर एकसाथ 5000 रॉकेट दागे, जिसमे कई लोगों की मौत हुई। इसके बाद इजराइल में घुसे फिलिस्तीनी आतंकियों ने एक म्यूजिक प्रोग्राम में घुसकर 250 लोगों को गोलियों से भून डाला, कई महिलाओं को बंधक बना लिया, उनकी नग्न परेड करवाई, लगभग 40 बच्चों को बेरहमी से काटकर, जिन्दा जलाकर मार डाला।
इस बीच आतंकी संगठन हमास के कमांडर महमूद अल जहर (Mahmoud Al Zahar) का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमे उसने कहा था कि, 'इजरायल तो सिर्फ पहला लक्ष्य है। पूरी पृथ्वी का पूरा 510 मिलियन वर्ग किलोमीटर क्षेत्र, एक ऐसे निजाम (इस्लामी शासन) के अधीन आएगा, जहाँ कोई अन्याय नहीं होगा। कोई उत्पीड़न नहीं होगा। वे जुल्म और अपराध नहीं होंगे, जो सभी अरब देश, लेबनान, सीरिया और फिलिस्तीन के लोग झेल रहे हैं।' यहाँ हमास का आतंकी पूरी दुनिया को मुस्लिम बनाने की बात कर रहा है। जहर के इस वीडियो के बाद सवाल उठने लगे थे कि, हमास द्वारा इजराइल पर हमला करने की वजह सीमा विवाद है या फिर इजराइल का गैर-मुस्लिम होना ही उस पर हमला करने के लिए पर्याप्त है ? इस बड़े और गंभीर सवाल के बीच पाकिस्तान से एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है।
"If Hindus don't accept Islam with love, we have the sword of Islam ready"
— Pakistan Untold (@pakistan_untold) October 4, 2023
Compare this Islamic student from Pakistan with a liberal Hindu in India visiting Ajmer Sharif with his wife & two daughters to thank Khwaja for everything. pic.twitter.com/LK3qwRI5gD
उस वीडियो में पाकिस्तानी यूट्यूबर एक मौलवी से बात करता नज़र आ रहा है। Pakistan Untold नामक ट्विटर हैंडल से पोस्ट किए गए वीडियो में मौलवी कहते नज़र आ रहे हैं कि, ''पहले तो हम उन्हें (गैर-मुस्लिमों) को प्यार से कलमा पढ़ने के लिए कहेंगे।'' इसके बाद जब यूट्यूबर मौलवी से पूछता है कि, ''यदि वो नहीं मानते तो क्या जबरदस्ती कलमा पढ़वाएंगे ?'' इस पर मौलवी 'हाँ' में जवाब देते हैं, और आगे कहते हैं कि, पहले तो हम उन्हें प्यार से कलमा पढ़ने के लिए कहेंगे और यदि वो नहीं मानते तो फिर तलवार से उन्हें मनाएंगे (यानी मार डालेंगे)।'' हालाँकि, ये वीडियो कब का है, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि, ये बात कोई आतंकी नहीं, बल्कि एक मौलवी कह रहा है, जो की इस्लाम धर्म का जानकार है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद एक बार फिर यह बहस शुरू हो गई है कि, क्या आतंकवाद की जड़ यही है कि, कट्टरपंथी पूरी दुनिया को मुस्लिम बनाना चाहते हैं, फिर चाहे उसके लिए उन्हें लोगों की हत्या ही क्यों न करनी पड़े ? क्या अलग-अलग बहानों की आड़ लेकर आतंकी और कट्टरपंथी इसी मिशन में लगे हुए हैं ?
So there a recent report from Pakistan - one about Shri Shoaib Akhtar talking about his wet dreams of Ghazwa 'e Hind and capturing Kashmir, and then the rest of India. Here is the video, for those who have missed this story pic.twitter.com/QcgNmEZOD8
— Harpreet (@CestMoiz) December 28, 2020
क्योंकि, इससे पहले पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब अख्तर भी एक बार कह चुके हैं कि, उनकी किताबों में लिखा हुआ है कि, इस्लामी फौजें आएंगी और कश्मीर के रास्ते भारत पर आक्रमण करेंगी, पहले वो कश्मीर पर जीत हासिल करेंगी और फिर भारत (ग़ज़वा-ए-हिन्द) पर कब्ज़ा करेंगी। अख्तर ये भी कहते हैं कि, ''किताबों में ये भी लिखा है कि, इस दौरान (इस जंग में) अटक का दरिया (सिंधु के पास एक नदी) दो-दो बार खून से लाल हो जाएगा।'' इस तरह के बयानों से फिर वही सवाल पैदा होता है कि, यदि एक क्रिकेटर और मौलवी की सोच ये है, तो आतंकियों की सोच कितनी जहरीली होगी ?