वर्ष 2016 की शुरुआत कन्या लग्न और फाल्गुनी नक्षत्र में होगी। सप्तमी तिथि के दिन शुरू हो रहे नववर्ष का मूलांक 9 होगा जबकि कन्या लग्न और फाल्गुनी नक्षत्र का गठजोड़ सौभाग्य योग बनाएगा। ज्योतिषियों के अनुसार इस संयोग के चलते महिलाओं को कला, धर्म, राजनीति, शिक्षा और बैंकिंग में अच्छे अवसर मिलेंगे, नववर्ष का पहला सूर्योदय शुक्रवार को होगा। शुक्र सुख-समृद्धि, वैभव और विलासिता देने वाला ग्रह है। इसकी अधिष्ठात्री देवी महालक्ष्मी हैं। नया साल किसानों के लिए अच्छा रहेगा। बीते साल हुए नुकसान की भरपाई नए साल में होने की संभावना है।
इस बार अंग्रेजी और हिंदू नववर्ष की शुरुआत शुक्रवार के दिन ही हो रही है। हिंदू नववर्ष गुड़ी पड़वा (8 अप्रैल) पर भी शुक्रवार रहेगा। इस दिन विक्रम संवत 2073 की शुरुआत होगी। नववर्ष पर आराध्य की पूजा पीले, लाल और सफेद रंग के फूल से करना लाभप्रद होगा।
वर्षभर मंगल की प्रमुखता
वर्ष 2016 का मूलांक 9 है। इसे ईश्वरीय अंक माना जाता है। इसलिए यह महिलाओं के साथ सभी राशि के जातकों के लिए लाभप्रद है। इस अंक का स्वामी मंगल है। इसलिए वर्षभर मंगल ग्रह की प्रमुखता रहेगी। नए साल में बृहस्पति 10 अगस्त तक सिंह राशि में रहेगा। ग्रह नक्षत्र के मान से यह परिवर्तन वर्ष की महत्वपूर्ण घटना होगी।
किसके लिए कैसा रहेगा आने वाला नया साल
मेष : वाहन संभलकर चलाएं, तनाव से बचें।
वृषभ : संतान से लाभ, पद-प्रतिष्ठा की प्राप्ति।
मिथुन : संपत्ति में वृद्धि, आय के स्रोत बढ़ेंगे।
कर्क : परिजन से संबंधों में सुधार, उन्नाति के अवसर मिलेंगे।
सिंह : धन प्राप्ति के अवसर के साथ खर्च भी बढ़ेगा।
कन्या : आर्थिक संपन्नाता के साथ पदोन्नाति के अवसर मिलेंगे।
तुला : मानसिक कष्ट, परिवार में मांगलिक कार्य और खर्च की अधिकता का सामना करना पड़ेगा।
वृश्चिक : आय के साथ खर्च बढ़ेंगे।
धनु : विचारों में सकारात्मकता आएगी, प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
मकर : परिवारिक संबंधों में सुधार, रोजगार में सफलता।
कुंभ : रुके कार्य होंगे, विरोधी झुकेंगे।
मीन : वाणी पर संयम रखने से विवाद समाप्त होंगे।