नेपाल के अधिकांश भूकंप प्रभावित घर लौटे
नेपाल के अधिकांश भूकंप प्रभावित घर लौटे
Share:

नेपाल : इस वर्ष 25 अप्रैल को नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप के तत्काल बाद अपने घरों को छोड़ गए लोग अब वापस लौट आए हैं। ब्रिटिश शोधकर्ताओं द्वारा मोबाइल फोन डाटा निगरानी का कराए गए एक विश्लेषण में यह बात सामने आई है। अध्ययन में ज्ञात हुआ है कि प्रभावित लोगों में से केवल लगभग चार से 14 प्रतिशत लोग ही अब भी अन्य जगहों पर रह रहे हैं। युनिवर्सिटी ऑफ साउथैंपटन के शोधकर्ताओं ने नेपाल भूकंप से प्रभावित लोगों की आवाजाही का विश्लेषण करने के लिए और देश में जारी राहत प्रयासों में मदद करने के लिए मोबाइल फोन डाटा का इस्तेमाल किया।

अध्ययनकर्ताओं ने कहा कि भूकंप के केवल एक सप्ताह बाद ही टीम ने प्रभावित क्षेत्रों में आबादी के विस्थापन का आकलन करने के लिए गुप्त फोन डाटा की दैनिक निगरानी की शुरुआत कर दी। पांच महीनों तक वे संयुक्त राष्ट्र को इसकी रिपोर्ट देते रहे। साउथैंपटन युनिवर्सिटी में भूगोल के प्राध्यापक एंडी टटेम के मुताबिक, "पहली बार हमने लाइव स्थिति में इसका प्रयोग किया है। यह देख कर कि आबादी दैनिक आधार पर किस प्रकार आवाजाही कर रही है, हम राहत के प्रयासों और बुनीयादी ढांचे को फिर से खड़ा करने में सीधे तौर पर मदद कर पाए।" हर बार जब कोई व्यक्ति मोबाइल फोन का प्रयोग करता है, वह ग्रहण करने वाले टावर को जानकारी भेजता है और फोन उपभोक्ता का अनुमानित स्थान बताता है।

इस जानकारी को जब लाखों उपभोक्ताओं के लिए कई बार दोहराया जाता है, तब जनसंख्या घनत्व, आवाजाही और किसी एक क्षेत्र में यह समय के साथ कैसे बदलता है, इसकी एक विस्तृत तस्वीर सामने आ जाती है। नेपाल में शोधकर्ता देश भर के 12 लाख मोबाइल फोनों के गुप्त डाटा का विश्लेषण करने के लिए सबसे बड़े मोबाइल फोन ऑपरेटर 'एनसेल' के साथ जुड़े। भूकंप में इन फोनों की आवाजाही की जानकारी की तुलना जनसंख्या वितरण और भूकंप आने से पहले की आवाजाही से करके टीमों ने इसका आकलन किया कि लोग कहां से कहां आ-जा रहे हैं। भूकंप के दो सप्ताह बाद अध्ययनकर्ताओं द्वारा तैयार किया गया डाटा दर्शाता है कि अनुमानित 5,00,000 अतिरिक्त लोग काठमांडू घाटी छोड़ चुके हैं।

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -