नेपाल ने चीन में जाकर भारत को बताया आंतरिक कलह के लिए जिम्मेदार
नेपाल ने चीन में जाकर भारत को बताया आंतरिक कलह के लिए जिम्मेदार
Share:

बीजिंग : नेपाल हर पल भारत के खिलाफ अपनी जुबान बदलता रहता है। चीन पहुंचे नेपाल के विदेश मंत्री ने फिर एक बार भारत की आलोचना की है। नई सरकार के गठन से ही चले आ रहे मधेशी आंदोलन के लिए नेपाल ने भारत को जिम्मेदार ठहराया है। शुक्रवार को नेपाली विदेश मंत्री कमल थापा ने कहा है कि भारत ने नेपाल पर अघोषित नाकेबंदी लगाई है।

थापा ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ बीजिंग में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति रोकने से नेपाल की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। इसके लिए उन्होने ईंधन और अन्य वस्तुओं की किल्लत दूर करने के लिए चीन से मदद मांगी। थापा ने अपने चीनी समकक्ष से कहा कि व्यापारिक नाके खोले जाए और पेट्रोलियम पदार्थो की आपूर्ति के लिए दीर्घकालीन व्यापार समझौते किए जाए।

थापा ने इस दौरान चीनी नागरिकों को बिना वीजा के नेपाल यात्रा की घोषणा भी की। इसके बदले में वांग यी ने अप्रैल में विनाशकारी भूकंप के बाद नेपाल यात्रा को लेकर जारी अलर्ट समाप्त करने की घोषणा की। थापा नेपाल के नई सरकार के पहले ऐसे मंत्री है, जो चीन यात्रा पर गए है। तीन महीने के भीतर ही थापा दो बार भारत भी आ चुके है। इससे पहले भी नेपाली नेता घर में चल रहे कलह का ठीकरा भारत पर फोड़ चुके है।

चीनी विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और चीन के बीच नेपाल अखाड़ा नही बनना चाहिए। उन्होने भारत से अपील की कि नेपाल को समान साझेदार समझे। चीन का मानना है कि इन देशों का आकार कुछ भी हो लेकिन वे समान हैं। चीन और नेपाल ने हमेशा एक-दूसरे के साथ गंभीरता से और समान व्यवहार किया है। हम उम्मीद करते हैं कि यही नीति और व्यवहार भारत की ओर से भी अपनाया जाएगा।

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -