नई दिल्ली: बंगाल और ओडिशा में चक्रवाती तूफान अम्फान के बाद महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों में निसर्ग तूफान का संकट मंडरा रहा है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अरब सागर के लो प्रेशर एरिया एक्टिव हो गया है. इससे उठने वाला चक्रवाती तूफान निसर्ग 3 जून तक महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में हरिहरेश्वर और दमन के बीच उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तटों पर दस्तक दे सकता है.
गुजराज और महाराष्ट्र में कोस्ट गार्ड और एनडीआरएफ अलर्ट रखे गए हैं. मछुआरों को चेतावनी जारी की गई है कि वो समंदर तटों के नजदीक ना जाएं. साथ ही लोगों को घरों से बाहर ना निकलने की हिदायत दी जा रही है. मौसम विभाग द्वारा दोनों ही राज्यों में 48 घंटे के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. महाराष्ट्र और गुजरात सरकार ने चक्रवात निसर्ग (Cyclone Nisarga) को देखते हुए तटीय इलाकों में NDRF की टीमों की तैनाती कर दी है.
दोनों ही प्रदेशों में NDRF की टीमें तूफान के खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. महाराष्ट्र में NDRF की 15 टीमें तैनात की गई हैं, जिसमें मुंबई में 3 टीमें और पालघर में 2 टीमों को तैनात किया गया है. जबकि रायगढ़ में 2 टीमों की तैनाती की गई है. वहीं, ठाणे, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग और नवी मुंबई में NDRF की एक-एक टीम को अलर्ट मोड पर रखा गया है. इसके अलावा 4 टीमों को स्टैंड बाई पर रखा गया है. इसके साथ ही गुजरात में निसर्ग चक्रवाती तूफान निसर्ग की आशंका के चलते भावनगर और अमरेली समेत तटीय जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
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