जिला गाजियाबाद में नगर निगम के कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की गलत रीडिंग के कारन करीब 30 प्रतिशत वॉटर टैक्स और हाउस टैक्स के बिलों में गड़बड़ी का सामना करना पड रहा है. इन बिलों के वितरण पर इस कारण फिलहाल रोक लगा दी है. आपको बता दे कि नगर निगम ने पिछले दिनों एक नया सॉफटवेयर खरीदा था. करीब 94 हजार रुपये के इस सॉफ्टवेयर में कई तरह की खामियां सामने आई हैं. इस मामले में विभाग के अफसरों ने नगर आयुक्त के दफ्तर में भी शिकायत दर्ज कराई है. इस विषय में नगर निगम के एक अफसर ने कहा कि जिन लोगों का हाउस टैक्स पांच सौ से कम है, उनमें वॉटर और ड्रेनेज टैक्स में विभिन्न गड़बड़ी देखने को मिल रही है.
नगर के आयुक्त अब्दुल समद ने कंपनी के अफसरों से सॉफ्टवेयर की कमी को दूर करने के लिए बात भी की है.साथ ही अपर नगर आयुक्त डीके सिन्हा की अध्यक्षता में एक कमिटी का निर्माण भी किया गया है. और उन्होंने सॉफ्टवेयर कंपनी को कड़े शब्दों में कहा था कि वह जल्द सॉफ्टवेयर संबंधी समस्याओं का निराकरण करे. लेकिन बावजूद इसके बी सॉफ्टवेयर में कोई सुधार नहीं किया गया है जिस कारण निकले हुए गलत बिलो को वितरित नहीं किया जा रहा है.