इलाहाबाद : यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद से कई बाहुबलियों की मुश्किल बढ़ गई है. अब इसी कड़ी में ज्ञानपुर भदोही के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा का नाम भी जुड़ गया है. विजय मिश्रा के इलाहाबाद के अल्लापुर इलाके में स्थित बंगले को पुलिस प्रशासन की टीम ने फिर सील कर दिया है.
बता दें कि विजय मिश्रा पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई जारी है. विधायक विजय मिश्र पर अलग-अलग थानों में अपहरण, हत्या, हत्या के प्रयास, लूट समेत 63 मुकदमे दर्ज हैं. जो बाहुबली की दहशत बताने के लिए पर्याप्त हैं. विजय मिश्रा का ये बंगला 2010 में सील किया गया था. लेकिन बाहुबली के आगे पुलिस प्रशासन बैकफुट पर रहा और मिश्रा ने बंगले की सील तोड़कर फिर से अपना कब्जा जमा लिया था. लेकिन एक बार फिर सत्ता बदलते ही उनका ये बंगला दुबारा सील कर दिया गया.
उल्लेखनीय है कि 2 जुलाई 2010 को तत्कालीन बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता उर्फ नंदी पर रिमोट बम से हमला हुआ था. इस हमले में नंदी बच गए थे. तब नंदी पर हमले में गिरफ्तार राजेश ने गवाही दी थी कि विजय मिश्र के कहने पर ही उसने हमला किया था. नंदी वर्तमान योगी सरकार में फिर से मंत्री बने हैं. नंदी के सत्ता में लौटते ही विजय मिश्र की मुश्किल बढ़ने लगी हैं. जिसकी पहली किस्त में बंगला सीज हुआ है.विधायक विजय मिश्रा के रसूख का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि समाजवादी पार्टी से टिकट कटने के बाद भी निषाद राज पार्टी से चुनाव लड़े. जब पूरे यूपी में मोदी की लहर थी. तब भी बिना किसी बड़े दल के टिकट के बाहुबली विजय मिश्रा ने जीत दर्ज की.
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