हिंदू पंचांग को माने तो वैशाख महीना सबसे उत्तम माना जाता है। कहा जाता है कि इस महीने में पूजा पाठ, यज्ञ, हवन करना बेहद शुभ माना गया है। जी दरअसल इस महीने में राहगीरों को पानी पिलाने से लोगों को सभी तीर्थयात्राओं के समान शुभ फल मिलता है। इसी के साथ ही इस महीने में कई प्रमुख त्योहार और व्रत आते हैं। जी हाँ, अब इस समय यानी आज से महीने का आखिरी हफ्ता शुरू हो गया है। आपको बता दें कि इस हफ्ते की शुरुआत सोम प्रदोष व्रत से हुई है। अब बुद्ध पूर्णिमा, चंद्र ग्रहण, नारद जयंती समेत कई प्रमुख व्रत और त्योहार आने वाले हैं। आज हम आपको उनके बारे में बताने जा रहे हैं।
25 मई नरसिंह जयंती – आपको बता दें कि वैशाख महीन के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को नरसिंह जयंती मनाई जाती है। जी दरअसल यह वह दिन है जब भगवान विष्णु के चौथे अवतार नरसिंह के रूप में पूजा करते हैं। इसी दिन भगवान विष्णु ने हिरण्यकश्यप का वध किया था।
26 मई बुद्ध पूर्णिमा – आप सभी को हम यह भी बता दें कि वैशाख महीने को बुद्ध पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। जी दरअसल इसी महीने में भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था, और उन्होंने बौद्ध धर्म की स्थापना की थी। आपको बता दें कि भगवान बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ था, वे आधायत्मिक गुरु थे।
26 मई चंद्रग्रहण – आने वाले 26 मई को इस साल का सबसे पहला चंद्रग्रहण लगने वाला है। जी दरअसल इस दिन उपछाया चंद्रग्रहण होने वाला है। अगर शास्त्रों को माने तो ग्रहण के दौरान कोई शुभ कार्य नहीं करते लेकिन इस बार लगे ग्रहण में सूतकाल नहीं लगेगा।
27 मई नारद जयंती- आपको बता दें कि हिंदू धर्म में देवर्षि नारद को महत्वपूर्ण स्थान है और नारद मुनि भगवान ब्रह्मा के मानस पुत्र हैं। कहा जाता है हर साल ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की द्वितीय तिथी को नारद जंयती का पर्व मनाया जाता है।
29 मई संकष्टी चतुर्थी- हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी मनाते है। जी दरअसल इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।
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