फडणवीस को धमकी देकर बुरे फंसे मनोज जरांगे, SIT जांच के दिए गए आदेश
फडणवीस को धमकी देकर बुरे फंसे मनोज जरांगे, SIT जांच के दिए गए आदेश
Share:

पुणे: महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल लाने वाले मनोज जरांगे ने 17 दिन पश्चात् अनशन समाप्त कर दिया। उन्होंने गांव की महिलाओं के हाथों पानी पीकर अनशन समाप्त किया। इस बीच पहली बार मनोज जरांगे की परेशानियां बढ़ सकती हैं। महाराष्ट्र विधानसभा में आशीष शेलार ने मनोज जरांगे पाटिल के आंदोलन पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा है कि आंदोलन के लिए पैसे कहा से आते हैं, कौन आंदोलनों के पीछे है? सीएम और डिप्टी सीएम को धमकी दी जा रही है। नेताओं की भाषा अब जरांगे पाटिल बोल रहे हैं। इसकी SIT के माध्यम से जांच की जाए। तत्पश्चात, सत्तापक्ष एवं विपक्ष में हंगामा हुआ और इसके पश्चात् विधानसभा की कार्यवाही रद्द कर दी गई। मनोज जरांगे पाटिल के आंदोलन पर विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने SIT की जांच करने के निर्देश दिए हैं।

वहीं, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जरांगे को घर में मिलने वाले कौन हैं, किसकी स्क्रिप्ट के मुताबिक, वो बोल रहे थे, इसकी जांच होगी। वो नाम बाहर आना आवश्यक है। SIT के माध्यम से यह सब बाहर आएगा। इससे पहले, सूबे के बीड जिले में मनोज जरांगे के विरुद्ध FIR दर्ज करवाई गई है। ये FIR धरुर एवं अमलनेर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है। जरांगे के विरुद्ध सेक्शन 341,143,145, 149,188 समेत कई अन्य धाराओं में FIR दर्ज की गई है। उनके ऊपर बीड में भीड़ को उकसा कर रस्ता रोकने, हाईवे जाम कराने एवं उपद्रव करने का आरोप है। वहीं, मनोज जरांगे ने सीधे गृहमंत्री और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को निशाना बनाया है, तत्पश्चात, सरकार एवं मनोज में जबरदस्त घमासान मचा हुआ है।

बीड एसपी के अनुसार, इस मामले में अभी और कई FIR दर्ज हो सकती हैं। लगभग 25 से अधिक जगह पर रास्ता रोक कर लॉ एंड ऑर्डर खराब करने का प्रयास किया गया था। ऐसे में अभी दो दर्जन FIR होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। मनोज के अतिरिक्त जिन क्षेत्रों में जो लोग भीड़ का नेतृत्व कर रहे थे उन पर भी FIR दर्ज की गई है। मराठा आरक्षण को लेकर मनोज जरांगे सरकार पर निरंतर हमलावर रहे हैं। वहीं, अनशन समाप्त करने को लेकर कहा कि लंबा अनशन करने के कारण उन्हें कमजोरी महसूस हो रही है, ऐसे में अब हॉस्पिटल में भर्ती होकर उपचार कराएंगे तथा स्वास्थ्य ठीक होने के बाद फिर समाज के बीच सक्रिय होंगे। उनका कहना है था कि बीती रात 5,000 महिलाओं समेत 25,000 से ज्यादा लोगों की भीड़ अंतरवाली-सराती में एकत्र हुई थी। कुछ भी हो सकता था। भीड़ इधर-उधर भागने लगी होगी। फडणवीस दूसरी अंतरावली-सारती बनाना चाहते थे। मैंने स्थिति बचा ली।

उन्होंने आरोप लगाया कि डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस उन्हें “खत्म” करने का षड्यंत्र रच रहे थे। उन्होंने अंतरवाली-सारती टाइप का एपीसोड दोहराने का प्रयास किया, जहां पुलिस ने मराठा प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। जरांगे ने कहा था कि यदि लाठीचार्ज होता तो मराठा फिर दंगा कर देते। मैंने महाराष्ट्र को बचाया। अंतरवाली-सराती में पहले लाठीचार्ज के पीछे फडणवीस ही थे। अब भी वह इसे दोहराने का षड्यंत्र कर रहे हैं। वह मराठा प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध मामले वापस लेने से इनकार कर रहे हैं। मैं मुख्यमंत्री एवं दोनों उपमुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वे मराठा समुदाय को भड़काएं नहीं।

MP के इन 2 मासूम छात्रों ने जीता दिल, रास्ते में मिलें हजारों रुपए के नोट लेकर पहुंच गए थाने

'हथियार लेकर आ रहे किसान', किसानों आंदोलन पर बोले त्रिवेंद्र सिंह रावत

'ऐसा बेटा मर जाए, उसे फांसी की सजा हो जाए', UP पुलिस पेपर लीक मामले में बोले आरोपी नीरज के पिता

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -