नई दिल्ली : जाट आंदोलन से निपटने के लिए दिल्ली में जहां मैराथन बातचीत का दौर शुरू हो गया है, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक खबर है कि हिंसक जाट आंदोलन की लपटें दिल्ली को भी झुलसा रही हैं. राजधानी में रविवार शाम से ही भयंकर पानी का संकट गहरा गया है. इस संकट के चलते दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह के घर पर जाकर उनसे मुलाकात की. सिसोदिया का कहना है कि हमारी सरकार रविवार सुबह के बाद से पानी सप्लाई करने में समक्ष नहीं रहेगी. इस जल सकंट के चलते दिल्ली सरकार ने देश की सर्वोच्च न्यायप्रणालिका तंत्र सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है.
जिसके तहत रविवार को इस मामले में सुनवाई हो सकती है. केजरीवाल ने फोन पर राजनाथ सिंह और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से बात की. खट्टर ने जल्द ही मुनक नहर पर सेना भेजने का भरोसा दिलाया है. केजरीवाल ने फोन पर राजनाथ सिंह और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से बात की. खट्टर ने जल्द ही मुनक नहर पर सेना भेजने का भरोसा दिलाया है. दिल्ली के एनडीएमसी सहित 60 फीसदी हिस्से में पाइप्ड वाटर की सप्लाई संभव नहीं है. जाटों ने मुनक नहर का फाटक बंद कर दिया, जिसके कारण दिल्ली में पानी का संकट पैदा हो गया.
शनिवार को गेट बंद हो गए और राजधानी के करीब 60 फीसदी इलाके में पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है. इसकी वजह से दिल्ली जल बोर्ड के 9 में से 7 प्लांट ठप हो गए. राजधानी दिल्ली में भेजे जाने वाले पश्चिमी यमुना लिंक कैनाल का पानी आंदोलनकारियों ने डायवर्ट कर दिया है. गढ़ी बिंदरोली गांव के पास से दिल्ली को सप्लाई होने वाले पानी को ड्रेन नंबर 8 में डायवर्ट किया गया है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास पर मंत्रियों की एक आपात बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में निर्णय लिया गया है कि सोमवार को राजधानी के सभी निजी व सरकारी स्कुल में इस जल संकट के चलते स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए गए है. इसके साथ ही यह बात भी सुनने को मिली है कि देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजूकी इंडिया लिमिटेड के द्वारा भी इस आंदोलन के चलते गुड़गांव और मानेसर स्थित अपने कारखानों में शनिवार को कामकाज को रोक दिया गया.