नई दिल्ली : देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने विश्व मंच पर जलवायु परिवर्तन के मसले को लेकर डेवलपमेंट कंट्रीस पर निशाना साधते हुए दो टूक लहजे में कहा था कि विकसित देश अपनी जिम्मेदारी से नहीं भाग सकते। जानकारी दे की पीएम मोदी ने कहा था कि डेवलपमेंट कंट्रीस अगर कार्बन उत्सर्जन कम करने के मामले में विकासशील देशों पर ही जोर देते रहे तो यह नैतिक रूप से ठीक नही होगा। लेकिन अब पीएम मोदी की एक मंत्री ही उनके इस रुख से अलग राय जाहिर कर रही हैं।
महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए कहा की जलवायु परिवर्तन के मामले में हम सिर्फ पश्चिमी देशों को ही कटघरे में खड़ा नही कर सकते। पर्यावरण को ख़त्म करने में भारत भी मुख्य रूप से जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि भारत, चीन और ब्राजील ऐसे देश है जो मीथेन के प्रमुख उत्पादक है। इसके बाद भी हम इस पर विचार नही कर रहे है। देखा जाये तो पर्यावरण को दूषित करने के लिहाज से मीथेन को कार्बन डाइ आक्साइड से करीब 26 गुना ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाली है।
जानकारी दे की मेनका गांधी चेन्नई में बिगड़े मौसम के कारण हुई भीषण बारिश से पैदा हुए बाढ़ जैसे हालात और इसके जलवायु परिवर्तन से संबंध के मामले में संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि चेन्नई में बिगड़े हालात और भारी तबाही को भी ग्लोबल वार्मिंग का नतीजा माना जा सकता है।