दिल्ली में मैगी पर लगी रोक, बांग्लादेश में मिली क्लीन चिट
दिल्ली में मैगी पर लगी रोक, बांग्लादेश में मिली क्लीन चिट
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नई दिल्ली : नैस्ले कंपनी की "मैगी" का नमूना दिल्ली में भी फेल पाया गया है। दिल्ली में लिए गए नमूनो की लैब टेस्ट करने पर मैगी सेहत के लिए ठीक नहीं पाई गई है। दिल्ली सरकार द्वारा जारी बयान में बताया गया है की मैगी के 13 नमूनों में से 10 में लेड की मात्रा अधिक पाई गई है, जो स्वस्थ के लिए हानिकारक है। इस रिपोर्ट के बाद दिल्ली सरकार ने नैस्ले कंपनी के खिलाफ कार्यवाही करने फैसला लिया है। इस दौरान केंद्रीय खाद्य आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि सरकार इस तरह के मामलों से निपटने के लिए अलग कानून बनाने पर विचार कर रही है। दिल्ली सरकार नैस्ले कंपनी के अधिकारियों को भी समन भेजने का सोच रही है।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन बुधवार को नेस्ले के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। बता दें कि इससे पहले केरल सरकार मैगी के नमूने फेल पाए जाने पर कड़ा फैसला ले चुकी है। केरल सरकार ने राज्य के अपने सभी आउटलेट्स पर मैगी बैन कर दी है। देश के दूसरे राज्यों में भी मैगी की जांच चल रही है। मंगलवार को ही हरियाणा सरकार ने राज्य की अलग-अलग जगहों से मैगी के नमूने परीक्षण के लिए मंगाए। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा, "हमने मैगी नूडल्स में खाद्य सुरक्षा मानकों में कथित चूक की रिपोर्ट पर संज्ञान लिया है।

मैंने अपने विभाग को राज्य के अलग अलग स्थानों से इन नूडल्स के नमूने प्रयोगशाला परीक्षण के लिए लेने का आदेश दिया है।" विज ने कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक को सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को हर जिले से नमूने लेने के लिए अधिकारी तैनात करने का निर्देश देने को कहा है। विज ने कहा, 'ये नमूने जिलों से गैर निर्धारित क्रम में लिए जाएंगे।' विज ने कहा, 'राज्य में हमारे पास अच्छी प्रयोगशालाएं हैं। इसके अलावा, यदि जरूरत पड़ी तो हम इन नमूनों की राज्य के बाहर की प्रतिष्ठित प्रयोगशालाओं से भी जांच करा सकते हैं।'

मैगी को बांग्लादेश से क्लीन चिट-

बांग्लादेश के खाद्य प्राधिकरण ने नूडल्स के पांच ब्रांडों में कोई भी तत्व खतरे की सीमा से अधिक नहीं पाया है। इन पांच ब्रांडों में नेस्ले का मैगी भी शामिल है। बांग्लादेश मानक एवं परीक्षण संस्थान (बीएसटीआई) के प्रमाणन प्रकोष्ठ के निदेशक कमल प्रसाद दास ने मंगलवार को कहा, "हमने मैगी सहित पांच कंपनियों के नूडल की जांच की है।" उन्होंने कहा, "हमने उनमें कोई भी तत्व खतरनाक स्तर पर नहीं पाया।"

खबरों के मुताबिक, अन्य चार ब्रांडों में शामिल थे न्यूजीलैंड डेरी का डूडल्स, कल्लोल थाई फूड का मामा, आईफेड मल्टी प्रोडक्ट का आईफेड एगी और प्राण समूह का मिस्टर। बीएसटीआई के सहायक निदेशक गुलाम बाकी ने पहले कहा था कि उत्पादों की नियमित जांच की जाती है, लेकिन भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में नेस्ले के नूडल्स में सीसे के खतरनाक स्तर से अधिक पाए जाने के बाद यह जांच शुरू की गई थी। सीसा और मोनोसोडियम ग्लूटामेट के खतरनाक स्तर से अधिक पाए जाने के आरोप के बाद भारत में कई राज्यों में मैगी की बिक्री पर रोक लगा दी गई है।

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