आज शुक्रवार है और इस दिन माँ लक्ष्मी का पूजन किया जाता है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं माँ लक्ष्मी के मंत्र और पूजा विधि जो आपको जरूर जाननी चाहिए।
माँ लक्ष्मी के मंत्र-
मां लक्ष्मी के प्रिय मंत्र-
श्री लक्ष्मी बीज मन्त्र:
ॐ श्री ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नमः।।
लक्ष्मी प्रार्थना मंत्र:
नमस्ते सर्वगेवानां वरदासि हरे: प्रिया।
श्री लक्ष्मी महामंत्र:
ॐ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।
माता लक्ष्मी के मंत्र
ॐ श्रींह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मी नम:।।
ॐ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:।।
पद्मानने पद्म पद्माक्ष्मी पद्म संभवे तन्मे भजसि पद्माक्षि येन सौख्यं लभाम्यहम् ।।
ऊं ह्रीं त्रिं हुं फट।।
माँ लक्ष्मी की पूजा विधि- सबसे पहले घर के पूजा स्थल को अच्छे से स्वच्छ करें। उसके बाद एक लकड़ी की चौकी पर लाल वस्त्र बिछाएं और वस्त्र पर अक्षत अर्थात साबुत चावलों की एक परत बिछा दें। अब इस पर श्री लक्ष्मी गणेश की प्रतिमा को विराजमान करें। वहीं अगर आपके घर में श्रीलक्ष्मी गणेश का चांदी का सिक्का और श्रीयंत्र भी हो तो उन्हें भी इसी आसान पर स्थापित करें। ध्यान रहे पूजन के लिए फूल, मिठाई, खील, बताशे आदि रखें। अब लक्ष्मी गणेश के पूजन के लिए घी का एक दीपक बनाएं अन्य दीयों में सरसों के तेल का प्रयोग कर सकते हैं। सर्वप्रथम घी का दीया प्रज्वलित करें। इसके बाद विधि- विधान से भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा करें। इस दौरानमां लक्ष्मी और भगवान गणेश का अधिक से अधिक ध्यान करें। अब भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की आरती जरूर करें और आरती के बाद घर के सभी सदस्यों को प्रसाद दें।
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