आज इन बीज मंत्र, स्तुति, प्रार्थना मंत्रों से करें माँ कालरात्रि को खुश
आज इन बीज मंत्र, स्तुति, प्रार्थना मंत्रों से करें माँ कालरात्रि को खुश
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आप सभी को बता दे कि आज चैत्र नवरात्रि का सातवां दिन है. जी हाँ, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मां कालरात्रि की पूजा करने का विधान है और मां दुर्गा के सातवीं स्वरूप और चार भुजाओं वाली मां कालरात्रि असुर रक्तबीज का संहार करने के लिए उत्पन्न हुई थीं. आप सभी को बता दें कि मां कालरात्रि को शुभंकरी भी कहते हैं और आपको मां कालरात्रि को प्रसन्न करने के लिए नीचे दिए गए उनके बीज मंत्र, स्तुति, प्रार्थना मंत्रों का जाप करना चाहिए. जो हम आपको बताने जा रहे हैं. कहते हैं चैत्र नवरात्रि के सांतवे दिन मां कालरात्रि की पूजा करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. केवल इतना ही नहीं इस दिन किए गए अपने शुभ कर्मों के शुभ फल की प्राप्ति होती है. जी दरअसल मां कालरात्रि का स्वरूप अद्भुत है और उनका शरीर कृष्ण वर्ण यानी काले रंग का है, इसलिए भी उनको कालरात्रि के नाम से पुकारते हैं.

आज क्या करें - आज के दिन आप सभी को मां कालरात्रि का पूजा में रातरानी का फूल अर्पित करना चाहिए. जी दरअसल रातरानी का फूल माता कालरात्रि को बेहद प्रिय है और ऐसा करने से माता जल्द प्रसन्न होंगी और आपके मनोकामनाओं की पूर्ति करेंगी.

मां कालरात्रि की स्तुति

या देवी सर्वभू‍तेषु मां कालरात्रि रूपेण संस्थिता.
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

मां कालरात्रि की प्रार्थना

एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता.

लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्त शरीरिणी॥

वामपादोल्लसल्लोह लताकण्टकभूषणा.

वर्धन मूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥

मां कालरात्रि बीज मंत्र

क्लीं ऐं श्री कालिकायै नम:.

मंत्र

1. ज्वाला कराल अति उग्रम शेषा सुर सूदनम.

त्रिशूलम पातु नो भीते भद्रकाली नमोस्तुते..

2. ओम देवी कालरात्र्यै नमः.

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