आयकर को लेकर सरकार की तमाम कोशिशे बेअसर होती नजर आ रही है, बता दे कि मोदी सरकार लगातार लोगों को टैक्स भरने के लिए प्रेरित कर रही है, लेकिन इसका असर होता नहीं दिख रहा. असेसमेंट ईयर 2015-16 (वित्त वर्ष 2014-15) में महज 1.7 फीसदी भारतीयों ने ही आय कर भरा. आयकर विभाग ने इस संबंध में आंकड़े जारी किये हैं. भले ही टैक्स भरने वालों की संख्या बहुत कम हो, लेकिन अच्छी खबर ये है कि इस दौरान आईटीआर भरने वालों की संख्या बढ़ी है.
आयकर विभाग के मुताबिक इस असेसमेंट ईयर में 4.07 करोड़ लोगों ने आईटीआर दाखिल किया है। पिछले साल यह आंकड़ा 3.65 करोड़ का था. हालांकि सिर्फ 2.06 करोड़ लोगों ने ही टैक्स का भुगतान किया. आईटीआर फाइलिंग बढ़ने के बावजूद टैक्स भरने में ये कमी इसलिए आई है क्योंकि ज्यादातर लोगों ने आईटीआर में अपनी आय टैक्स योग्य आय से कम दिखाई है.
बता दे कि आयकर विभाग ने यह डाटा पिछले हफ्ते जारी किया है. इस डाटा से ये संकेत मिलता है कि देश के 120 करोड़ से भी ज्यादा लोगों में से सिर्फ 3 फीसदी लोगों ने ही रिटर्न फाइल किया है. इनमें से 2.01 करोड़ ने कोई टैक्स नहीं भरा. इस दौरान 9690 लोगों ने 1 करोड़ रुपये से ज्यादा टैक्स भरा.
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