नई दिल्ली: राष्ट्रीय खेल महासंघों से नाखुश खिलाडियों का कहना है कि इस महासंघ में जवाबदेही और पारदर्शिता लाने के लिए जस्टिस आर एम लोढा की अध्यक्षता वाली समिति जैसी समितियां को इस महासंघ में लाना अब बेहद ज़रूरी हो गया है.
वही इस विषय पर हालही में जिम्नास्ट दीपा करमाकर के कोच बिश्वेश्वर नंदी ने मीडिया को बताया कि, पिछले चार साल में जिम्नास्टिक की कोई राष्ट्रीय चैम्पियनशिप नहीं हुई, जिसकी वजह उन्होंने यह बताई कि दो संघ भारतीय जिम्नास्टिक महासंघ की नुमाइंदगी का दावा करते हैं. इसके लिये कौन जिम्मेदार है यह हमे नहीं पता.
वही उनके बाद आरएसपीबी के सचिव रेखा यादव ने भी मीडिया से कहा कि, हमें स्वीकार करना होगा कि तमाम खामियों के बावजूद बीसीसीआई के पास बेहतरीन बुनियादी ढांचा है.
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