नई दिल्ली : सांप्रदायिक घटनाओं पर अपनी रिपोर्ट पेश करने के बाद केंद्र सरकार के राज्य मंत्री किरण रिजीजू ने आमिर खान के बयान पर सरकार की ओर से प्रतिक्रिया व्यक्त की है। रिजीजू ने आमिर के बयान को गलत व अनउपयुक्त करार देते हुए कहा कि यह देश के साथ-साथ देश के प्रधानमंत्री का भी अपमान है। दिल्ली में एक अवॉर्ड सेरेमनी में आमिर ने असहिष्णुता के मुद्दे पर जो बयान दिया था उस पर रिजीजू ने कहा इससे पीएम की छवि खराब हो रही है।
रिजीजू ने रिपोर्ट के हवाले से बताया कि 2014 मई में मोदी सरकार के सता में आने के बाद से सांप्रदायिक घटनाओं में कमी आई है। उनका कहना है कि जब से राजग सत्ता में आई है, तब से सांप्रदायिक हिंसा कम हुई है। सांप्रदायिक घटनाओं की संख्या कम हुई है। गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2014 की तुलना में इस साल मरने वालों की संख्या घटी है। रिपोर्ट के अनुसार, 2014 में अक्टूबर तक दंगे या ऐसे सांप्रदायिक घटनाओं में मरने वालों की संख्या 90 थी, जब कि इस साल अब तक यह आंकड़ा 86 है। दूसरी ओर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली घटनाएँ पिछले साल 561 हुई थी तो इस साल 630 हुई है।
वर्तमान सरकार का कहना है कि 2013 में युपीए के राज में 694 सांप्रदायिक घटनाएँ हुई थी जिसमें मुजफ्फरनगर जैसा बड़ा दंगा भी शामिल है और इसमें 65 लोगो की मौत हुई थी। गृह मंत्रालय का कहना है कि इस साल कोई बड़ी घटना नहीं हुई है। वहीं पिछले साल की सबसे बड़ी घटना सहारनपुर हिंसा थी, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी इसके अलावा 2013 में महाराष्ट्र के धूले और यूपी के मुजफ्फरनगर में दो बड़ी सांप्रदायिक घटनाएं हुई थी। इनमें 70 लोग मारे गए और 100 से अधिक लोग घायल हुए थे।
दूसरी ओर रिपोर्ट के मुताबिक इस साल अक्टूबर तक ऐसी घटनाओं में 1899 लोग घायल हुए जब कि पिछले साल 1688 लोग घायल हुए थे।