'मैं RSS का एजेंडा नहीं चला रहा हूं, कोई साबित कर दे तो तुरंत इस्तीफा दे दूंगा': आरिफ मोहम्मद खान
'मैं RSS का एजेंडा नहीं चला रहा हूं, कोई साबित कर दे तो तुरंत इस्तीफा दे दूंगा': आरिफ मोहम्मद खान
Share:

अपने ऊपर आरएसएस के एजेंडा को आगे बढ़ाने जैसे आरोप लगने के बाद केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान एक बार फिर से भड़क गए हैं। जी दरअसल उन्होंने हाल ही में करारा जवाब देते हुए कहा कि, 'मैं आरएसएस का एजेंडा नहीं चला रहा हूं, अगर कोई इस आरोप को साबित कर दे तो मैं तुरंत इस्तीफा दे दूंगा।' जी दरअसल हाल ही में राज्यपाल ने कहा कि, 'पिछले तीन साल से आप कह रहे हैं कि मैं आरएसएस के एजेंडे को लागू कर रहा हूं। मुझे एक नाम दो, सिर्फ एक उदाहरण दो जहां मैंने ऐसे किसी भी व्यक्ति को नियुक्त किया है जो राजनीतिक रूप से आपको परेशान करता हो। आरएसएस, भाजपा के एक व्यक्ति का नाम दें जिसे मैंने अपने अधिकार का उपयोग करते हुए नियुक्त किया है। मैं तुरंत इस्तीफा दे दूंगा।'

इसी के साथ राज्यपाल खान ने कहा कि, 'राज्य के वित्त मंत्री ने कहा कि यूपी में पैदा हुए व्यक्ति को केरल की शिक्षा प्रणाली की समझ कैसे हो सकती है? वह प्रांतवाद और क्षेत्रीयता की आग को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। वह भारत की एकता को चुनौती दे रहे हैं।' इसके अलवा उन्होंने यह भी कहा कि, 'अगर केरल का कोई व्यक्ति प्रांतवाद की आग को भड़काने की कोशिश करता है, तो यह राज्य के बाहर काम करने वाले केरलवासियों को कैसे प्रभावित करेगा?'

दूसरी तरफ मंत्री के अभी भी पद पर बने रहने के बारे में राज्यपाल ने कहा कि, 'मेरे पास उन्हें हटाने की शक्ति नहीं है क्योंकि यह मुख्यमंत्री की पसंद है लेकिन मैं कम से कम केरल के लोगों को बता दूंगा। मुझे इतना करना चाहिए। अपने कर्तव्य का निर्वहन करने का आदेश, शपथ जो मैंने केरल के लोगों के हितों की सेवा के लिए ली है।'

आप भी पूरे साल फ्री में नेट और फ़ोन कॉल्स का उठा सकते है लाभ, जानिए कैसे..?

आपको बता दें कि राज्यपाल और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के नेतृत्व वाली सरकार के बीच चल रही खींचतान के बीच, वाम दलों ने मंगलवार को राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम में राजभवन तक एक विरोध मार्च निकाला। जी हाँ और इस दौरान माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा था कि ऐसी स्थिति है जहां राज्यपाल के पद को राज्य सरकारों के खिलाफ खड़ा किया जाता है।

वहीँ शिक्षा को नियंत्रित करने का यह मामला इस धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक भारत को एक फासीवादी हिंदुत्व राष्ट्र में बदलने के लिए लाया गया है और इसके जरिए भाजपा-आरएसएस के एजेंडे को बढ़ाने की कोशिश हो रही है। यह ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगा। इसके लिए उन्हें शिक्षा और हमारे युवाओं की चेतना को नियंत्रित करने की आवश्यकता है।

महाराष्ट्र से गिरफ्तार हुआ अनोखा चोर, मामला जानकर हो जाएंगे हैरान

आज़ादी के 75 साल बाद इस राज्य को मिला पहला एयरपोर्ट, पीएम मोदी ने किया उद्घाटन

बरसों पुरानी दुकानों पर चला निगम का बुलडोजर

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -