कर्नाटक सरकार ने राज्य के प्रत्येक जिले में एक 'तकनीकी विशेषज्ञ समिति' बनाने का फैसला किया है, जो जिला अधिकारियों को कोविड की संभावित तीसरी लहर के प्रबंधन के बारे में सिफारिशें देगी। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में अक्टूबर से नवंबर के बीच कोविड की तीसरी लहर आने का अनुमान है।
प्रस्तावित तकनीकी विशेषज्ञ पैनल स्थिति की निगरानी करेगा और कोविड के खतरे को नियंत्रित करने के लिए जिला अधिकारियों के प्रयासों को बढ़ाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने जिन जिलों में कोरोना के अधिक मामले सामने आ रहे हैं, वहां संक्रमित व्यक्तियों के कम से कम 20 प्राथमिक और माध्यमिक संपर्कों की ट्रैकिंग और ट्रेसिंग का भी आदेश दिया है।
संपर्कों की पहचान करने के लिए दक्षिण कन्नड़, उडुपी, हसन, मैसूर, कोडागु, चिकमगलूर और चामरानगर जिलों में विशेष अभियान शुरू किया जाएगा। इनमें से अधिकांश जिले केरल की सीमा से लगे हैं और अधिक संख्या में कोविड के मामले सामने आ रहे हैं। तकनीकी विशेषज्ञ टीम में जन स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ विशेषज्ञ, जिला सर्वेक्षण अधिकारी, वरिष्ठ डॉक्टर, वरिष्ठ फेफड़े के विशेषज्ञ, आईसीयू विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, माइक्रोबायोलॉजिस्ट, वरिष्ठ आयुष डॉक्टर और जिला सर्जन शामिल होंगे।
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